उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 23 मार्च, 2013 को लखनऊ में डाॅ0 राम मनोहर लोहिया पार्क में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए।
23 मार्च, 2013
राज्य सरकार अपने कार्यक्रमों एवं योजनाओं द्वारा
डाॅ0 लोहिया के सिद्धान्तों को लागू कर रही है: मुख्यमंत्री
डाॅ0 लोहिया की नीतियां और विचार समाज के हर वर्ग
के कल्याण के लिए: श्री मुलायम सिंह यादव
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रख्यात समाजवादी चिन्तक डाॅ0 राम मनोहर लोहिया ने समाज में व्याप्त गैर बराबरी को समाप्त करने के लिए हमेशा संघर्ष किया। डाॅ0 लोहिया ने समाजवादी विचारधारा व सिद्धान्तों को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि डाॅ0 लोहिया के दिखाए हुए रास्ते पर चलकर ही समाज में खुशहाली लायी जा सकती है।
मुख्यमंत्री आज यहां डाॅ0 राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में डाॅ0 लोहिया की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के बाद वहां आयोजित एक विचार गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री मुलायम सिंह यादव भी उपस्थित थे तथा उन्होंने भी विचार गोष्ठी को सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता ने डाॅ0 लोहिया के सिद्धान्तों को आगे बढ़ाने का अवसर दिया। राज्य सरकार अपने तमाम कार्यक्रमों एवं योजनाओं के माध्यम से इन सिद्धान्तों को लागू कर रही है। वर्तमान परिवेश में डाॅ0 लोहिया के विचार और अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गौरव का विषय है कि उन्होंने लोकसभा में उस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया, जहां डाॅ0 लोहिया ने संघर्ष किया था।
श्री यादव ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना पिछली समाजवादी सरकार द्वारा की गई थी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि वर्तमान में डाॅ0 लोहिया विधि विश्वविद्यालय की गणना देश के बेहतरीन विश्वविद्यालयों में की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव एवं उनके समाजवादी साथियों ने डाॅ0 लोहिया के विचारों को आगे बढ़ाया।
सांसद तथा पूर्व केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि डाॅ0 राम मनोहर लोहिया सबसे ज्यादा विद्यार्थियों में लोकप्रिय थे। लोहिया जी के विचारों से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में छात्र समाजवादी आंदोलन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि डाॅ0 लोहिया के चिन्तन से प्रेरित होकर विद्यार्थी जीवन से ही वे समाजवादी आंदोलन में सक्रिय हो गए।
पूर्व केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि डाॅ0 लोहिया ने अन्याय व अत्याचार का विरोध किया। डाॅ0 लोहिया कहा करते थे कि जहां अन्याय हो, पक्षपात हो, उसके खिलाफ संघर्ष करो और उसका विरोध करो। उन्होंने कहा कि डाॅ0 राम मनोहर लोहिया की नीतियां और विचार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए हैं।
डाॅ0 लोहिया के नाम पर विधि विश्वविद्यालय की स्थापना किए जाने के सम्बन्ध में श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि डाॅ0 लोहिया कानून के छात्र नहीं थे लेकिन दुनिया के विभिन्न देशों के कानूनों की उन्हें बहुत अच्छी जानकारी थी। इसके साथ ही डाॅ0 लोहिया कमजोर व गरीब लोगों को न्याय दिलाने एवं उनके अधिकारों के प्रति हमेशा संघर्षरत रहे। इसे ध्यान में रखकर डाॅ0 राम मनोहर लोहिया के नाम पर विधि विश्वविद्यालय की स्थापना करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं का आहवान किया कि यहां से शिक्षा ग्रहण करने के बाद वे जिस क्षेत्र में जाएं, वहां हमेशा गरीबों का ध्यान रखें और उन्हें न्याय दिलाने में मदद करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे डाॅ0 लोहिया के साहित्य का अध्ययन करें, जिससे उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
पूर्व सांसद श्री संजय डालमिया ने डाॅ0 लोहिया से जुड़े अपने संस्मरणों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि गांधी जी के ट्रस्टीशिप सिद्धान्त को लागू करने के सम्बन्ध में सर्वप्रथम डाॅ0 लोहिया द्वारा ही लोकसभा में निजी विधेयक प्रस्तुत किया गया था। श्री डालमिया ने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव एक मात्र ऐसे समाजवादी हैं, जो डाॅ0 लोहिया की जयंती व पुण्यतिथि पर नियमित रूप से सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
विश्वविद्यालय की प्रभारी कुलपति श्रीमती अनीता मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के समापन पर आभार भी व्यक्त किया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री टी0 वेंकटेश, प्रमुख सचिव न्याय श्री एस0के0 पाण्डेय, सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह एवं श्री आलोक कुमार सहित अन्य अधिकारीगण, विश्वविद्यालय के शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com