दिनांक 21 मार्च, 2013
उत्तर प्रदेश में कृषि एवं किसानों के हितार्थ, संचालित सभी योजनाओं का वास्तविक लाभ किसानों को मिल सके, इसके लिए विभागीय अधिकारी समय-समय पर क्षेत्र का औचक निरीक्षण भी करें। किसानों को उच्च गुणवत्तायुक्त कृषि निवेश-बीज, खाद, कृषि रक्षा रसायन सही समय एवं उचित मूल्यों पर उपलब्ध हों।
कृषि राज्य मंत्री डा0 मनोज पाण्डेय ने आज यहां यह निर्देश कृषि भवन के सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि कृषि की विकास दर 5.1 प्रतिशत से काफी आगे बढ़ाई जाये। प्रदेश के सरकारी कृषि फार्मों को आदर्श, माॅडल फार्म बनायें। सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी एवं पारदर्शिता लायें। कृषि एवं किसानों का हित सर्वोपरि है, सरकार का मुख्य उद्देश्य यही है एवं मुख्यमंत्री की यहीं मंशा एवं सोच है। डाॅ0 पाण्डेय ने कृषि यन्त्रों की खरीद, कृषि रक्षा रसायनों के मूल्यों में वृद्धि के कारण एवं भूमि सेना योजना के अन्तर्गत 21 मई से 31 जनवरी तक मजदूरों को हुए भुगतान का ब्यौरा प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी योजनायें निर्धारित समय पर क्रियान्वित की जायें, जिससे लक्ष्यों की पूर्ति के साथ-साथ किसानों को समय पर उनका लाभ मिल सके। बैठक में गुणवत्तायुक्त प्रजातियों के बीजों की उपलब्धता, दलहन-तिलहन, कृषि यन्त्रों, कृषि फार्मों की स्थिति, कृषि रक्षा रसायन कृषि विकास दर में वृद्धि आदि पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर व्यवस्था में परिवर्तन के दिशा-निर्देश दिये गये। उन्होंने उपकार की स्थिति में भी सुधार लाने की बात कही।
प्रमुख सचिव कृषि श्री देवाशीष पण्डा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे नई कृषि नीति का क्रियान्वयन पूरी मेहनत, ईमानदारी एवं पारदर्शिता से करें। उन्होंने उर्वरकों की उपलब्धता पर प्रसन्नता व्यक्त की। कृषि निदेशक श्री डी0एम0 सिंह ने कृषि राज्य मंत्री को आश्वासन दिया कि उनके निर्देशों का पालन आवश्यक रूप से किया जायेगा एवं कृषि विकास दर में वृद्धि का पूरा प्रयास किया जायेगा। समीक्षा बैठक में निदेशक राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान, रहमान खेड़ा, महानिदेशक उपकार, सभी अपर कृषि निदेशकों, संयुक्त कृषि निदेशकों, उप कृषि निदेशकों सहित इफको एवं एग्रो के अधिकारियों ने भाग लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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