१९ मार्च । जनपद की नगर पालिका उ०प्र० सरकार की नेक नियती पर दाग लगाने को कृत संकलिप्त है लगातार टेण्डरो मे व्याप्त भ्रष्टाचार ईमानदार मंत्री आजम खान को भी जनता की नजर में गिराने का काम कर रहे है ।
हैरत है कि आज भी सपा सरकार के हकूफ को भ्रष्ठ पालिका कर्मी झुठलाने का कार्य कर रहे है बीती १६ ता० को चोरी छिपे कराये गये मजदूर आपूर्रि्त के टेण्डरो को पूर्णतया मैनेज कर अपने चहेतो को टेण्डर दिला दिया गया जिसमे एक ठेकेदार तो ऐसा है जिसका पूर्व में भी बिजली विभाग मे ठेका था जिसे भारी अनियमितता के चलते डिफाल्टर घोषित कर धरोहर राशि तक जब्त कर ली गई थी और ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था मगर सैंया भये कोतवाल अब डर काहे का वाली कहावत यहां चरितार्थ की जा रही है ।
चूंकि वर्तमान समय में उपजिलाधिकारी ही प्रभारी अधिशाषी अधिकारी है जिससे पालिका के भ्रष्टाचारियों को पूर्ण प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त होता रहता है इन्ही की छत्रछाया मे इस ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार का जो पूर्णतया कास्ट्रेक्सन का काम करता हो और ब्लैक लिस्टेड हो चुका है फिर जलकर विभाग मे टेण्डर की गोपनीयता भंग कर आदमी सप्लाई को ठेका दे दिया गया है वो भी श्रम कानूनो की धज्जियां उडाते हुए पम्प आपरेटर को प्रतिदिन की दिहाडी १२०रु० और बेलदार को १५०रु० प्रतिदिन की दिहाडी देना कानूनो का सरासर उल्लघन है ।
मगर इस के पूर्णतया एक जिम्मेदार अधिकारी ने मान्यता देकर मजदूर हितो और श्रमकानून को स्वयं तोडकर भारत सरकार के दिशा निर्देशोे और शासना देशो की धज्जियां उडा दी है । सोचिए जरा पालिका द्वारा निकाली गई निविदा मे साफ निर्देश था कि श्रम विभाग मे पंजीकृत ठेकेदार ही पात्र हो सकते है इसका मतलब साफ है कि श्रम विभाग मे पंजीकृत ठेकेदार व मजदूरो को सरकार के निर्देशानुसार ही दिहाडी मिलनी चाहिए । वो भी कुशल कारीगरो लगभग ६००० हजार व अकुसल मजदूर को ४०७७ रु० की माह मे दिहाडी मिलनी चाहिए मगर यहां तो सब कुछ अंधेरे मे है कारण है कि पालिका कर्मी और अधिकारी न तो सरकार को मानते है न सरकार द्वारा बनाये कानूनो को यहां तो अंधा बांटे रेवडी अपने अपनो को ही दै चल रहा है उस पर भी प्रशासन की छत्र छाया फिर कोई नगर विकास विकास मंत्री को क्यो डरे चूंकि जांच व कार्यवाही अंततरू प्रशासन को ही करना है और वो पहले से ही प्रभारी है और इस गोरखधंधे में पूर्णतया शामिल है ।
यही हाल बिजली विभाग के ठेकेका है जहां नकली सामानो पर नामी कम्पनियों के स्कीकर लगे सामानो की आपूर्रि्त और लोकल बल्ब ट््यूब लाईटो चोको की सप्लाई का गोरखाधंधा पिछले पांच वर्षो से बदस्तूर जारी है । यहां तक कि स्केप्ट सामानो का हिसाब किताब भी गायब रहता है जिससे पकडदारी न हो यही कारण है कि चेयरमैन और ई०ओ० अपनी जेब के आदमी को ही इन विभागो का टेण्डर रेट पहले ही लीक कर देते है और चहेते ठेकेदार को ही टेण्डर मिल जाता है फिर शुरु होता है ।
राजस्व की भारी लूट बसपा शासन काल मे ये भ्रष्टाचार आम बात थी मगर अब सरकार सपा है और मंत्री मो० आजम खान है जो कि आम जनता मे बेहद कडक और ईमानदार माने जाते है । मगर पालिका का यही हाल रहा और अधिशाषी अधिकारी पर कार्यवाही न हुई तो सपा सरकार की छवि धूमिल होती जायेगी पूरे नगर मे पालिका का भ्रष्टाचार आम जनता की जुबान पर आ चुका है और जनता आजम खान की तरफ देख रही है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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