समाज कल्याण विभाग के सहायक विकास अधिकारी गोविंद सिंह ने कहा कि शिक्षण व प्रशिक्षण संस्थान सामाजिक पिछड़ेपन व असमानता को दूर करने तथा विकास में बाधक रूढि़वादी दृष्टिकोण को बदलने में सहायक होते हैं। प्रशिक्षण संस्थान व विद्यालय ही बेहतर शिक्षा देकर विकास का मार्ग प्रशस्त करते हैं। शिक्षित बेरोजगारों को व्यवसायिक शिक्षा लेकर स्वरोजगार शुरू करना चाहिए। श्री सिंह बुधवार को उप्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड द्वारा प्रायोजित व इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा सरोजनीनगर के स्कूटर्स इण्डिया चैराहा स्थित एस.पी. इंस्टीट्यूट आफ कम्प्यूटर एजूकेशन स्पाइस प्रशिक्षण केन्द्र में कौशलवृद्धि योजनान्तर्गत हाउस वायरिंग एवं एयर कंडीशनर रिपेयरिंग टेªड में आयोजित प्रशिक्षण के प्रतिभागियों के टूलकिट वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी मुनेन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में श्री सिंह ने कहा कि शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों का दायित्व है कि वह छात्रों के माध्यम से अभिनव प्रयोगों, नई तकनीकों की खोज व सृजन करें और उन्हें समस्याओं के समाधान के लिए उचित स्थान तक पहंुचाएं। जिससे सुदूवर्ती ग्रामीण क्षेत्र का आम आदमी भी उससे लाभान्वित हो सके। अनुसूचित जाति के लोगों के लिए विभाग द्वारा चलाई जा रही स्वतः रोजगार योजना व दुकान निर्माण सहित सभी योजनाओं की जानकारी दी। इससे पहले अतिथियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रतिभागियों को टूलकिट प्रदान किया। इस मौके पर सहयोग परिवार इंस्टीट्यूट आफ कम्प्यूटर एजूकेशन के निदेशक राज किशोर पासी ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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