११ मार्च । शहर के विवादित वेशकीमती जमीनो पर जहां बिल्डरो की निगाहे गडी हुयी है । वही नियत प्राधिकरण के अधिकारी की मेहरबानी से चाहे विवादित जमीन हो या हो धर्मशाला या फिर हो नजूल की जमीन इन सारे जगहो पर डीलर काम्पलेक्सो का निर्माण कर मालामाल हो रहे है परन्तु विभाग के आला अफसर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ नोटिस भेजने की बात करते है ।
बताते चले कि शहर के दर्जनो जगहो पर डीलरो ने पुराने मकानो को खरीद कर उस पर काम्पलेक्सो का निर्माण करा दिया है । न तो डीलरो द्वारा नगर पालिका परिषद से क्षतिग्रसत करने के लिए कोई सूचना दी गयी न तो काम्पलेक्स के निर्माण के लिए नियत प्राधिकारी विभाग से नक्शा स्वीकृत कराया गया । न तो काम्पलेक्सो मे पार्किग की व्यवस्था दी गयी है । बावजूद इसके डीलरो द्वारा बडे ही धडल्ले से साथ काम्पलेक्सो का निर्माण कराया जा चुका है ।
यही नही नियत प्राधिकरण के आलाअधिकारी की शिथिलता व कार्यवाही न करने के कारण शहर मे अवैध निर्माण का कारोबार बडे ही धडल्ले के साथ चल रहा है । विभाग के अधिकारी की शिथिलता और डीलरो की यह कारगुजारी को देखते हुए इस बात से नकारा नही जा सकता कि विभाग के अधिकारी व डीलरो के बीच सांठ गांठ है । इस मामले को लेकर शहर मे भ्रमण किया तो शहर के दर्जनो जगहो पर पन्नी लगाकर अवैध निर्माण का कार्य कराया जा रहा है । निर्माण कार्य कराये जाने वाले से जब पूछा गया की नक्शा स्वीकृत व नगर पालिका परिषद से परमीशन की बात तो लोगो का कहना था कि साहब से बात होने के बाद हम लोग काम करा रहे है । जहां विभाग की स्थिलता के कारण शहर मे अवैध निर्माण का कार्य धडल्ले से चल रहा है । वही विभाग की लाखो रुपये की राजस्व हानि पहुंचायी जा रही है ।
अगर जिला प्रशासन समय रहते अवैध निर्माण पर शिकंजा नही कसेगा तो वह दिन दूर नही इस शहर के विकास के लिए नियत प्राधिकरण विभाग के पास एक आना पाई भी नही रहेगा और डीलर मालामाल होते जायेगे ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com