6 मार्च, 2013। लायर्स सोशल वेलफेयर एसोसिएशन उ.प्र. के अध्यक्ष मो. शमीम एडवोकेट तथा सुन्नी उलेमा वेल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. सईक सिद्दीकी के नेतृत्व में आज दिनांक 6 मार्च को प्रदेश में फैल रहे अराजकता, गम्भीर होती कानून व्यवस्था, सीओ कुण्डा जियाउल हक हत्या काण्ड तथा अल्पसख्यकों में प्रदेश में फैल रहे असुरक्षा की भावना की मांगों को लेकर विधानसभा धरना स्थल पर एक धरने का आयोजन किया गया। जिसमें कई मदरसों के उलमाओं के अतिरिक्त काफी तादात में अल्पसंख्यक कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगो का एक ज्ञापन महामहिम राज्यपाल को जिला प्रशासन के द्वारा भेजा। कार्यकर्ताओं ने रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग की।
लायर्स सोशल वेलफेयर एसोसिएशन उ.प्र. के अध्यक्ष मो. शमीम एडवोकेट ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार मुस्लिमों को अपना मानती है परन्तु उसी की सरकार में अल्संख्यक सीओ की हत्या कर दी जाती है और सरकार केवल मंत्री का इस्तीफा लेकर बैठ जाती है। प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित नही है। हमारी मांग है कि तुरन्त सपा सरकार को बर्खास्त करते हुए राष्ट्रपति शासन लगाकर प्रदेश में शान्ती व अमन चैन स्थापित किया जाय। सपा सरकार के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा चुनाव पूर्व किये गये वायदे को लगभग साल पूरा होने को है फिर भी वादे पूरे नही कर रही है प्रदेश सरकार। आज तक मुसलमानांे को 18 प्रतिशत आरक्षण सम्बन्धित वायदा हवा में लटका है। सपा हमेशा मुसलमानांे को अपना बंधुवा बनाकर रखना चाहती है। विरोधी पार्टी (भाजपा) से डराकर अपना मतलब निकालती है। सत्ता प्राप्त होने के बाद पहले मुसलमानों से किये गये वायदे भूलती है अन्त में मुसलमानों को ही भूल जाती है। सपा सरकार आम मुसलमानों की रक्षा क्या करंेगी जब मुसलमान सी.ओ. की खुलेआम हत्या कर दी गई। जिस पुलिस को चुस्त दुस्त करने की बात अखिलेश यादव करते थे वहीं पुलिस प्रशासन अपने अफसर को पीटता देखकर उसे छोड़ देती है। अमूमन घटनाओं में यह पाया जाता है कि पुलिस घटना स्थल पर मौजूद रही है। अपराधी अपराध करके सुकून से चला जाता है। प्रदेश की कानून व्यवस्था तब तक नही सही हो सकती है जब तक निचले स्तर तक पुलिस में सुधार नही हो सकता। प्रदेश की पुलिस सिर्फ वसूली में लगी है।
विधायक, मंत्री बेलगाम हो रहे है। प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त होती जा रही है। धरने मे हुमैराबी अंजुम, गुलशन बानो, नौशीम सिद्दीकी, नूर मोहम्मद, मो. ऐमन खान, कारीम मुबारक अली, रौशन अली, रोशन कादरी, वारिस अली, जियाकत, शम्श तबरेज, शलाउद्दीन, रजी, शमसुद्दीन, मो. फिरोज खां, मो. शकील, शुजा रिजवी, फहीम सिद्दीकी उपाध्यक्ष, वसीम सिद्दीकी, याहिया, अंसार सिद्दीकी, परवेज सिद्दीकी, इरफान, सईद सिद्दीकी, मो. शाकिर अली, बाबा असलम, शकील जोगी, मो. आसिफ इदरीशी, मो. जहीर अंसारी, ईमानकरीम अंसारी आदि अल्पसंख्यक कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com