05 मार्च 2013, सपा सरकार उ0प्र0 में दंगाइयों की सरकार बनकर उभरी है।भारतीय जनता पार्टी राज्य ईकाई के प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा राज्य की जनता पर दोतरफा मार पड़ रही है। एक तरफ सत्तारूढ़ दल के नेता-मंत्री-विधायक और कार्यकर्ता जनता के साथ-साथ पुलिस पर आतंक बरपा रहे है, दूसरी तरफ राज्य में सत्ता संभालने के बाद से औसतन हर 15दिनों में हो रहे सम्प्रदायिक दंगो को रोक पाने मे असफल साबित हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया सपा सरकार टाण्डा(अम्बेडकरनगर) की घटनाओं मे अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए अब भाजपा कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमें में फंसा रही है।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कुण्डा एवं टाण्डा(अम्बेडकरनगर) में हुई हिंसा व आगजनी की घटनाओं के बाद हालात का जायजा लेने जा रहे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी को बाराबंकी में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने की निन्दा की। उन्होंने कहा सपा सरकार तानाशाही कर रही है। एक तरफ सरकार इमाम बुखारी को जाने की छूट देती है तो दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष को गिरफ्तार करवाती है। राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने में नाकाम सपा सरकार अपने विरोधियों की आवाज को दबाने के लिए पुलिस का बेजा इस्तेमाल कर रही है।
श्री पाठक ने कहा कि वर्ग विशेष की झोली में सरकारी योजनाओं का तोहफा डालकर अखिलेश सरकार उनका मसीहा बनना चाहती है। टाण्डा में रामबाबू गुप्ता की हत्या और उसके बाद हुए बवाल के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा की पुलिस प्रशासन के अफसर सपा की कठपुतली बनकर काम कर रहे है। जिलों में तैनात जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक संवैधानिक दायित्वों को भूल हर मामले पर सपा नेताओं के इशारो की प्रतीक्षा में रहते है। परिणाम हो रहा है की प्रदेश भर में अनिर्णय का वातावरण हैै। पुलिस प्रशासन के ये अफसर ऐसे किसी भी मामले में कार्रवाई से कतराते है जिनसे सपा सरकार की मुस्लिम तुष्टीकरण की नीत प्रभावित होती हो। उन्होंने रामपुर-बरेली में कावरियों पर हुए पथराव कोसीकलां के उपद्रव सहित कई अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि एक वर्ग विशेष द्वारा उपद्रव किये जाने के कारण पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना रहा। दंगा, उपद्रव और कफ्र्यू लगा लेकिन लगभग सभी मामलों मे कोई ठोस कार्रवाई सामने नही आयी।
श्री पाठक ने सपा सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा की अभी तक पीडि़त पक्षों तक सरकार की कोई सहायता राशि नही पहुंची। उन्होंने टांडा(अम्बेडकर नगर) में मारे गये रामबाबू गुप्ता तथा कुण्डा(प्रतापगढ़) में यादव भाईयों के परिजनों को 25-25 लाख रूपये के मुआवजे तथा दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही किये जाने की मांग की हैं। डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी के साथ प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह, देवेन्द्र सिंह चैहान, प्रदेश मंत्री दयाशंकर सिंह, हरीश दुबे, लोकेन्द्र सिंह, रामनरेश रावत, जिलाध्यक्ष बाराबंकी शरद अवस्थी आदि भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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