भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने प्रतापगढ़ के कुण्डा क्षेत्र में पुलिस-ग्रामीणों में खूनी संघर्ष की कड़े शब्दों में निन्दा की है। प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेई ने अपने बयान में कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। अराजकता का माहौल चारो ओर फैला हुआ है। कुण्डा क्षेत्र में दिन दहाड़े प्रधान की हत्या तथा उसके बाद सी0ओ0 की हत्या, प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुँह पर तमाचा है। प्रदेश में कोई सरकार नाम की चीज है भी या नहीं? हिंसा में सी0ओ0 समेत तीन लोगों की संघर्ष में मौत होना, क्षेत्राधिकारी का रिवाल्वर लूट ले जाना, एक बस्ती में दिन दहाड़े आग लगा देना तथा कई लोगों का घायल हो जाना यह दर्शाता है कि यह संघर्ष कई घंटों तक चला तथा हिंसा के ताण्डव पर नियंत्रण नहीं किया जा सका। सरकार की पुलिस और उसका प्रशासन असहाय दिखा।
प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेई ने आरोप लगाया कि यह हिंसा उस क्षेत्र में हुई जहाँ का प्रतिनिधित्व सरकार का एक ताकतवर मंत्री करता है। प्रदेश के सपा सरकार के मंत्रियों, विधायकों तथा सांसदों का आचरण निन्दनीय तथा अराजकतापूर्ण है। गोण्डा के मंत्री का दर्जा पाये के0सी0 पाण्डेय, सी0एम0ओ0 के साथ जबर्दस्ती करने वाले मंत्री पण्डित सिंह तथा शिक्षक को तमाचा मारने वाले सपा विधायक गुड्डू पण्डित समेत ज्यादातर सपा के ताकतवर लोग कानून व्यवस्था अपने हाथ में लिए हुए हैं। पुलिस और प्रशासन के अच्छे अधिकारियों का मनोबल टूटा हुआ है। इस कारण से प्रदेश में कानून व्यवस्था का हाल बेहाल है।
डा0 बाजपेई ने मांग की कि इस घटना की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच हो तथा घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्यवाही हो। उन्होंने सपा सरकार को चेताया कि शीघ्र से शीघ्र प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज कायम करने की ठोस पहल करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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