हरदोई जिले में सभी कार्यालयों में फरवरी का महीना आयकर का माना जाता आमदनी का टैक्स सरकार को देना ही इनकमटैक्स कहलाता। इनके लिए फार्म भरने हेतु बाबुओं की जेब भरना पहले जरूरी समझा जाता। शिक्षा विभाग यह गणेश प्रक्रिया सबसे ज्यादा देखने को मिलती। यहां पर हर ब्लाक का बाबू एक निश्चित रकम जो 300 से 500 के लगभग मानी जाती। प्रति शिक्षक वूसली जाती। यह फार्म भरने या भरवाने का नजराना है। जो शिक्षक को देना पड़ता है। कार्यालय बाबू कहते है कि हमें पैसा ऊपर भी देना पड़ता। शिक्षा विभाग में फार्म ब्लाकवार जमा किया जाता। फिर लेखा विभाग को यह फार्म भेजे जाते। इसीलिए तो यहां के क्लर्क गत वर्ष स्थानान्तरण के बावजूद अपना-अपना कार्य पटल आज तक नहीं छोड़ पाए। पूरा कार्यालय प्रशासन इस भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा हुआ है। पूरे जनपद का यही हाल है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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