आगरा: 20 फरवरी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 निर्मला यादव ने जनपद के सभी नर्सिगहोम तथा निजी चिकित्सालयों को निर्देश दिये हैं कि वह अपने चिकित्सालय में स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीज की पुष्टि होने पर तत्काल उसे जिला अस्पताल आगरा में जांच एवं उपचार हेतु संदर्भित कर दें, जिससे संदिग्ध मरीज की जांच तथा उपचार जिला अस्पताल में इस हेतु बनाये गये आइसोलेशन वार्ड में हो सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया हैं कि जनपद में स्वाइन फ्लू पर रोकथाम के लिए एक रैपिड रेस्पोन्स टीम बनाई गयी है जिसमें जिला संक्रामक रोग नियंत्रण अधिकारी डा0 अजय कपूर, डा0 प्रियंका, डा0 अंशुल पारीख एवं डा0 आर0के0 अग्निहोत्री चिकित्सा अधिकारी को सहायक स्टाफ के साथ रखा गया है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 एस0के0 सिंह जो इस हेतु नोडल अधिकारी भी बनाये गये हंै वह संदिग्ध मरीजों के सैम्पिल जांच के लिए राष्ट्रीय संचारी रोग केन्द्र, दिल्ली भेजने की कार्यवाही भी करने के लिए अधिकृत किये गये हैं।
जिला अस्पताल आगरा के वरिष्ठ फिजीशियन डा0 अतुल सारस्वत संदिग्ध मरीजो का चैकअप करेंगे तथा पोजिटीव पाये गये मरीजों का उपचार करेंगे। इसी प्रकार जिला अस्पताल पुरूष/महिला तथा एस0एन0 मेडिकल कालेज में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है तथा पर्याप्त मात्रा में उपचार हेतु औषधियां, मास्क तथा जांच क्रिट भी उपलब्ध करा दी गयी हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी व्दारा आम जनता से अपील की गयी हैं कि स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए यथा संभव भीड़ वाले स्थानों से दूर रहंे, जुकाम, खासी तथा तेज बुखार से पीडि़त व्यक्ति के सम्पर्क में न आयंे, संक्रमित व्यक्ति के कपडों को न छुएं। रोग के लक्षण पाये जाने पर बच्चों को स्कूल न भेजे जाने का भी अनुरोध किया गया है। साथ ही सलाह दी गयी है कि डाक्टर के सलाह क ेबिना दवाओं का सेवन न करें, विशेषतः टैमीफ्लू तथा एस्प्रिन की गोलियों का प्रयोग न किया जाये।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सलाह दी हैं कि यदि भीड़ वाले स्थानों पर जाना आवश्यक हो तो मास्क का प्रयोग किया जाये। सर्दी, जुकाम के साथ तेज बुखार आने पर निकट के चिकित्सालय से सम्पर्क करें। छींकते एवं खांसते समय रूमाल का प्रयोग करें बार-बार हाथ धोयंे तथा अधिक मात्रा में पानी पीयंे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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