उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री संजय अग्रवाल ने समस्त जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपद के रक्तकोषों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के आयोजन की कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाए। चैरिटेबिल संस्थाओं को भी स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित करने की अनुमति जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा किए जाने का प्राविधान अब कर दिया गया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि ब्लड यूनिट संग्रहण के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष प्राप्ति करने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएं। उन्होंने स्वैच्छिक रक्तदान पर जोर देते हुए कहा कि प्रतिस्थानी (रिप्लेसमेन्ट) रक्त संग्रहण तथा व्यवसायिक रक्त संग्रहण को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान का लक्ष्य 90 प्रतिशत निर्धारित किया गया है, जिसकी प्राप्ति के लिए कार्य योजना के तहत विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों, युवा वर्ग, विद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएं।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आज योजना भवन में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जो ब्लड बैंक पूर्ण रूप से कार्य नहीं कर रहे हैं या अभी तक शुरु नहीं हुए हैं, उन्हें भी जल्द शुरु कराया जाए। उन्होंने कहा कि रक्तदान शिविर से लक्षित समूह को संवेदीकृत करने हेतु व्यापक जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के आयोजन की कार्य योजना की प्रति परियोजना निदेशक, राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी को उपलब्ध कराई जाए।
परियोजना निदेशक राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी श्री आशीष गोयल ने बताया कि राज्य रक्त संचरण परिषद द्वारा स्वैच्छिक सेंटरों को दिए गए आउट डोर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर की अनुमति दिए जाने के फलस्वरूप मुख्य चिकित्साधिकारियों द्वारा वर्ष में दो स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों, सम्बन्धित जिलाधिकारियों द्वारा वर्ष में 3 से 4 स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों तथा एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा वर्ष में 5 या अधिक स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों के आयोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि रक्तकोष की उपलब्धियों की समीक्षा कर योजनाबद्ध तरीके से जनपद में स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ाने हेतु विभिन्न संस्थाओं का सहयोग लेते हुए आगामी डेढ़ माह में अधिक से अधिक कैम्प आयोजित कराए जाएं।
श्री गोयल ने निर्देश दिए हैं कि आजमगढ़, आगरा, इलाहाबाद, गौतमबुद्ध नगर, चित्रकूट, देवरिया, लखनऊ, कौशाम्बी, उन्नाव, वाराणसी आदि 43 जनपदों के मेडिकल काॅलेजों एवं अस्पतालों में नाको द्वारा स्वीकृत रिक्त चिकित्सक, टेक्निकल/नाॅन टेक्निकल पदों पर भर्तियां यथाशीघ्र पारदर्शिता से नियमानुसार कार्यवाही कर सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के विभिन्न घटकों के अन्तर्गत समय-समय पर संस्थाओं को आवंटित अग्रिम धनराशि के समायोजन की रिपोर्ट प्रत्येक त्रैमास के अन्त में उपयोगिता प्रमाण पत्र सहित प्रस्तुत की जाए।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के समय मिशन निदेशक एन0आर0एच0एम0 श्री अमित घोष, एड्स कंट्रोल के अपर परियोजना निदेशक श्री संतोष कुमार एवं वित्त अधिकारी श्री मनोज तिवारी तथा संयुक्त निदेशक रक्त सुरक्षा डाॅ. अशोक शुक्ला सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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