लखनऊ 11 फरवरी।
केन्द्र सरकार से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा विकास के नाम पर जितनी आर्थिक धनराशि मांगी गयी है, केन्द्र सरकार ने उससे कहीं ज्यादा दिया है। केन्द्र सरकार द्वारा समय-समय पर दिये गये आर्थिक पैकेज को जरूरत भर का न होने एवं मा0 राहुल गांधी जी के बयान को झूठा बताने से पहले सपा प्रवक्ता/कैबिनेट मंत्री को तथ्यों की सही जानकारी हासिल करने के बाद टिप्पणी करनी चाहिए। सपा प्रवक्ता का बयान पूरी तरह मिथ्या, तथ्यों से परे और झूठा है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार, घोटालों, घपलों के लिए प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार दोषी है, इसके लिए केन्द्र सरकार को कतई दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। केन्द्र सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं, मनरेगा, एनआरएचएम, सर्वशिक्षा अभियान, भारत निर्माण योजना, इंदिरा आवास, मिडडे मील, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण, बागवानी मिशन, स्वच्छ पेयजल योजना, जननी सुरक्षा, जेएनएनआरयूएम योजना आदि तमाम योजनाओं के तहत हजारों करोड़ रूपये प्रदेश को उपलब्ध कराया है, जिसको राज्य सरकार समय से और सही ढंग से न तो खर्च कर रही है और न ही प्रदेश की जनता को उसका समुचित लाभ दिला रही है, जिसका खामियाजा किसी दूसरे को नहीं बल्कि प्रदेश की सत्ता पर काबिज समाजवादी पार्टी को ही भुगतना पड़ेगा। प्रवक्ता ने कहा कि विगत दो दशकों से अधिक समय से उ0प्र0 में गैर कंाग्रेसी सरकारों के चलते ही आज प्रदेश गरीबी, अशिक्षा, बीमारी और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। प्रदेश में पूर्ववर्ती बसपा सरकार में किये गये घोटाले और भ्रष्टाचार जगजाहिर है। भ्रष्टाचार के आरोपों में तत्कालीन कई मंत्रियों को जेल भी जाना पड़ा है। वर्तमान समाजवादी पार्टी की सरकार भी उसी राह पर चल रही है, जिसका खुलासा स्वयं सपा मुखिया भी समय-समय पर यह कहते हुए कि कार्यकर्ता/नेता दलाली के चक्कर में न पड़ें, मंत्रियों पर उनकी कड़ी नजर है, मैं उनकी क्लास लूंगा। इतना ही नहीं दो दिन पूर्व तो उन्होने यह भी कहा कि मैं भ्रष्ट मंत्रियों, अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को जानता भी हूं। यही कारण है कि प्रदेश में विकास ठप पड़ा है। प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक कांग्रेस उपाध्यक्ष के बयान का सवाल है तो वह पूरी तरह प्रदेश सरकार द्वारा हर स्तर पर बरती जा रही लापरवाही को उजागर करता है। जिसके बारे में सपा के वरिष्ठ नेता भी समय-समय पर कहते आ रहे हैं। सपा प्रवक्ता को राज्य सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार और प्रदेश में ठप विकास पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। श्री मदान ने कहा कि सपा प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री को ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान देने से पहले अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए, तब आरोप लगाना चाहिए। विधानसभा चुनाव के दौरान किये गये चुनावी वादों को सपा सरकार कितना पूरा कर पा रही है, उसका अंदाजा इनके नेताओं द्वारा सरकार के कामकाज को लेकर की जा रही टिप्पणियों से सहज लगाया जा सकता है। कांग्रेस पार्टी यह सलाह देती है कि समाजवादी पार्टी आरोप-प्रत्यारोप के बजाय कंाग्रेस के शीर्ष नेता द्वारा प्रदेश के विकास पर उठायी गयी उंगली को सहजता से लेते हुए सुधार लाने का प्रयास कर केन्द्र की जनकल्याणकारी योजनाओं को सही ढंग से लागू करने में हो रहे भ्रष्टाचार में रोक लगाकर आम आदमी केा केन्द्र की योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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