विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन इलाहाबाद में चल रहे कुम्भ मेला के दौरान मची भगदड़ में कल दिन में मेला परिसर में हुई दो श्रद्धालुओं की मृत्यु एवं रात्रि में रेलवे स्टेशन पर दर्जनों श्रद्धालुओं की दर्दनाक मृत्यु एवं दर्जनों के घायल हो जाने की घटना पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, सांसद ने गहरा शोक प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को इस असह्य दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 खत्री आज पूर्वान्ह इलाहाबाद पहुंचे एवं घटना के दौरान घायल होकर अस्पतालों में भर्ती श्रद्धालुओं का कुशल छेम पूछा तथा घायलों के समुचित इलाज हेतु स्थानीय प्रशासन से मांग की। इसके साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा घोषित किये गये मुआवजे की राशि को और अधिक बढ़ाने की मांग करते हुए घटना की न्यायिक जांच कराये जाने की मांग की है।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 खत्री ने कहा कि यह मौका राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का नहीं बल्कि यह विचार करने का है कि भविष्य में ऐसी दुःखद घटनाओं की पुनरावृत्ति को कैसे रोका जाय। इसके लिए न्यायिक जांच होनी चाहिए, जिसमें घटित दुःखद घटना के सभी बिन्दुओं पर विचार-विमर्श करके जांच आयोग को भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए ठोस कार्ययोजना बनाने पर जोर देना चाहिए। जिसको प्रदेश सरकार को गंभीरता से लागू करके इस प्रकार के बड़े आयोजनों में आम आदमी के जानमाल की रक्षा करनी चाहिए।
डाॅ0 खत्री ने कहा कि जनपद इलाहाबाद से लगने वाले सभी जिलों में की सीमाओं पर कुम्भ मेले में आने वाले अपार जनसमुदाय को नियंत्रित करने के लिए एक समुचित कार्ययोजना बनाकर उस पर कार्य किया जाता, लेकिन प्रदेश सरकार ने एक ही दिन पूर्व पूरे प्रदेश के जिलों से जिलाधिकारी/पुलिस अधीक्षकों का तबादला कर कहीं न कहीं, की गयी व्यवस्थाओं में लापरवाही बरती है।
उन्होने कहा कि श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने मेला क्षेत्र जाने-आने के लिए तमाम अतिरिक्त रेलगाडि़यों के परिचालन का प्रबंध किया था। किन्तु राज्य सरकार ने अपनी जिम्मेदारी का पालन पूरी तत्परता से नहीं किया।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार के एक कद्दावर मंत्री का इस दुःखद घटना पर दिया गया बयान पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना है। कुंभ मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं की समुचित देखरेख और व्यवस्था की सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की है, जो कि प्रदेश सरकार की देखरेख में कार्य करता है। श्रद्धा के अपार संगम में पूरे देश से उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने एवं समुचित व्यवस्था करने में स्थानीय प्रशासन पूरी अक्षम साबित हुआ है, जिसके कारण दुःखद घटना घटित हुई है, जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com