सपा मुखिया द्वारा स्वयं यह स्वीकार किये जाने कि उन्हें मालूम है कि राज्य सरकार के मंत्री के साथ ही अधिकारी एवं कुछ वह लोग भी भ्रष्टाचार में शामिल हैं जो मंत्री नहीं है। इससे कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश सरकार पर लगाये जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि हो गयी है।
प्रदेश कंाग्रेस के मीडिया कोआर्डिनेटर अशोक सिंह ने आज यहां जारी बयान में कहा कि समाचारपत्रों में दिये गये बयान के मुताबिक अब जबकि सपा मुखिया को यह मालूम चल ही गया है कौन-कौन मंत्री और कौन-कौन से वह अधिकारी एवं व्यक्ति, जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्हें उनका नाम सार्वजनिक करना चाहिए। ताकि प्रदेश सरकार के मंत्रियों, अधिकारियों एवं समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके। इसके साथ ही जो भी मंत्री या जो मंत्री नहीं हैं, भ्रष्टाचार में लिप्त हैं उन पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराकर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।
श्री सिंह ने कहा कि पिछले दस माह के प्रदेश सरकार के शासनकाल में सपा मुखिया द्वारा तमाम बार सपा सरकार के मंत्रियों, विधायकों एवं कार्यकर्ताओं को सुधरने की नसीहत दी गयी। कल उन्होने पुनः सुधरने की चेतावनी देते हुए एक्शन लेने की बात कही है, सपा मुखिया को यह बताना चाहिए कि आखिर अभी तक ऐसे भ्रष्ट मंत्रियों, अधिकारियों को विरूद्ध कार्यवाही करने से उन्हें कौन रोक रहा था?
श्री सिंह ने कहा कि सपा मुखिया द्वारा जब अब यह खुलासा कर ही दिया गया है कि राज्य सरकार के मंत्री भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह सपा मुखिया से ऐसे भ्रष्ट मंत्रियों को चिन्हित कराकर उन्हें तुरन्त मंत्रिमण्डल से बर्खास्त करें तथा जो अधिकारी व सपा कार्यकर्ता भ्रष्टाचार कर रहे हैं उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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