भारत की अग्रणी स्वास्थ्यरक्षक ब्रांड डाबर च्यवनप्राश ने आज भारत के सबसे स्वस्थ और इम्यून स्कूलों की सूची जारी की। ‘डाबर च्यवनप्राश इम्यून इण्डिया स्कूल चैलेन्ज 2012‘ मुहीम के तहत बनायी गयी इस सूची में लखनऊ-स्थित लाॅ मार्र्टििनयर गल्र्स काॅलेज भारत के शीर्ष तीन सबसे स्वस्थ और इम्यून स्कूलों में शामिल है। इस सूची में अन्य द® विजेता रहे दिल्ली-स्थित एमिटी इन्टरनेशनल स्कूल अ©र लक्ष्मण पब्लिक स्कूल।
इसके अतिरिक्त वाराणसी-स्थित सनबीम स्कूल क¨ उŸार प्रदेश के रीजनल कैटेगरी में विजेता घ®षित किया गया। देश भर से 1500 से अधिक स्कूल¨ं ने इस मुहीम में भाग लिया।
इस उपलब्धि के लिए लाॅ मार्र्टििनयर गल्र्स काॅलेज क® दिल्ली की शिक्षा मंत्री किरण वालिया, सी‐ बी‐ एस‐ ई‐ की निदेशक डा॰ साधना पराशर और डाबर इण्डिया लि‐ के सी‐ ई‐ ओ‐ श्री सुनील दुग्गल ने सम्मानित किया। पुरस्कार में लाॅ मार्र्टििनयर गल्र्स काॅलेज क® रू॰ 2 लाख के लैपटाॅप प्रदान किए गए। एमिटी इन्टरनेशनल स्कूल को पुरस्कार के रूप में रू॰ 5 लाख के लैपटॅाप प्रदान किए गए और लक्ष्मण पब्लिक स्कूल को रू॰ 3 लाख रूपये के लैपटाॅप प्रदान किए गए।
‘डाबर च्यवनप्राश इम्यून इण्डिया स्कूल चैलेन्ज 2012‘ मे भाग लेने वाले स्कूलों में से शीर्ष स्कूलों का चयन 3 महीनें की लंबी प्रक्रिया - जिसमें इन स्कूलों की स्वच्छता अ©र छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण शमिल थे - के आधार पर किया गया। इस प्रक्रिया से भारत के शीर्ष 50 सबसे इम्यून स्कूलों की सूची तैयार की गई। साथ ही भारत के शीर्ष 50 स्वस्थ छात्रों को डाबर च्यवनप्राश इम्यूनो चैम्प्स के रूप में सम्मानित किया गया। पुरस्कार मे इनकोे टैबलेट कंप्यूटर प्रदान किए गए।
इस अभियान के तहत ‘डाॅबर च्यवनप्राश इम्यून इण्डिया स्कूल चैलेन्ज‘ लगभग 2500 स्कूलों तक सीधे पहुंचा अ©र टेलीविजन तथा प्रिंट कैम्पेन के माध्यम से अन्य स्कूलों तक पहुंचने की कोशिश की। अभियान में भाग लेने के लिए स्कूलों को आमंत्रित किया गया और उनसे कुछ आंकडे जैसे औसत उपस्थिति, हाईजिन की सुविधाएं, यथा शौचालयों की संख्या तथा पीने के पानी की गुणवत्ता के बारे में जानकारी मांगी गई। इसी तरह सिक रूम की उपस्थिति, डाॅक्टर आॅन काॅल, हेल्थ कैम्प की संख्या के अलावा स्कूलों द्वारा चलाये गये अभियान तथा स्कूल के एकेडमिक प्रदर्शन की जानकारी भी ली गई।
चुने गये 50 शीर्ष स्कूलों की विजिट तथा जांच फोर्टिस हेल्थ केयर लि. के विशेषज्ञों के द्वारा की गई। इस तरह से प्रत्येक स्कूल से एक छात्र क¨ डाबर च्यवनप्राश इम्यूनो चैम्प के रूप में चिन्हित किया गया।
डाबर इण्डिया लि‐ के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री के‐ के‐ चुटानी ने कहा ‘‘आज की दौड-भाग भरी जीवन शैली, बढता प्रदूषण स्तर, डेंगू जैसी महामारी, दूषित भोजन, पानी तथा सर्दियां, ये सभी स्वास्थ्य के लिए खतरा है। एक मजबूत रोग प्रतिरोधी प्रणाली हमें अनेक बीमारियों से बचाता है लेकिन हममें से अधिकांश लोगों के पास मजबूत रोग प्रतिरोधी क्षमता नहीं होती इसलिए हम बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। खासतौर से ऐसा बच्चों के साथ होता है क्योंकि उनका प्रतिरोधी सिस्टम अभी विकास कर रहा होता है और वे ज्यादा बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। इस पृष्ठभूमि में देश की अग्रणी स्वास्थ्यरक्षक ब्रांड डाॅबर च्यवनप्राश ने बच्चों में प्रतिरोधी क्षमता की आवश्यकता जागरूक करने की जिम्मेदारी ली है। बच्चे देश का भविष्य हैं अ©र इम्यून इण्डिया कैम्पेन के माध्यम से इस तथ्य को चिन्हित किया गया कि स्कूल बच्चों के भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भमिका अदा करते हैं। क्योंकि स्कूल बच्चों के प्रारम्भिक वर्षों में प्रमुख देखभालकर्ता होते हैं इसलिए यह अभियान स्कूलों पर केन्द्रित है। इस अभियान के माध्यम से पिछले कुछ वर्षों में हम देश के स्कूलों तक पहुंच कर बच्चों और अध्यापकों को प्रतिरोधी क्षमता की आवश्यकता के बारे में बताते रहे हैं। इस साल हमने एक और कदम आगे बढाते हुए रोग प्रतिरोधक भारत का सपना देखा है। इस अभियान के तहत हमारे पार्टनर फोर्टिस के सहय¨ग से हमने भारत के अधिकतम रोगप्रतिरोधी स्कूलों की पहचान की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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