राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने मुख्यमंत्री द्वारा लिये गये निर्णय की निन्दा करते हुये कहा कि पषुओं की तस्करी करने वाले गोरखपुर के के0सी0 पाण्डेय के खिलाफ कानून की कार्यवाही को रोकते हुये गोण्डा के ईमानदार, निष्ठावान, कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह राणा को हटाकर सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया। इस घटना ने सरकार की ईमानदारी, नैतिकता, चरित्र की पोल खोल दी। मुख्यमंत्री को प्रदेष में कानून व्यवस्था को चुस्त दुरस्त करने के लिए पषुओं की तस्करी कर रहे के0सी0 पाण्डेय की लालबत्ती छीनकर उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही करते न कि ईमानदार पुलिस अधीक्षक पर कानून की धज्जियां उड़ाते हुये गाज गिराते।
श्री चैहान ने आगे बताया कि गोण्डा के पुलिस अधीक्षक ने गोरखपुर के सपा के पदाधिकारी के0सी0 पाण्डेय के खिलाफ पषुओं की तस्करी करने पर सख्त कार्यवाही करने की शासन से सिफारिष भी की थी तथा उन्हें आरोपित करते हुये उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही के आदेष भी दिये थे। मुख्यमंत्री ने के0सी0 पाण्डेय के बचाव में कहा था कि पषुओं की तस्करी का आरोप बसपा सरकार के दौरान के0सी0 पाण्डेय पर लगा था जबकि के0सी0 पाण्डेय को दिसम्बर 2012 में पषुओं की तस्करी में आरोपित किया गया था। पुलिस अधीक्षक ने उनके ऊपर कार्यवाही करते हुये गिरफ्तारी का आदेष दिया था जिसका खामियाजा श्री राणा को उठाना पड़ा फलस्वरूप सरकार ने तत्काल प्रभाव से गोण्डा के पुलिस अधीक्षक पद से हटा दिया। इससे सरकार की नीति, नियत, और चरित्र का पता चलता है।
राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष प्रवक्ता प्रो0 के0के0 त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि जनता के प्रति ईमानदार, निष्ठावान, कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों के ऊपर गाज गिराने से पहले सरकार अपने गिरेबान को भी देखें। सरकार जनता के बीच दिन-प्रतिदिन इकबाल खोती जा रही है। सरकार को जनता के बीच अपने इकबाल को कायम करने के लिए ईमानदार, निष्ठावान व कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों को उनके कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाना चाहिए न कि उनके खिलाफ कार्यवाही करें। राष्ट्रीय लोकदल का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार द्वारा किये गये जनविरोधी कार्याें का हिसाब किताब जनता एकमुस्त चुकता करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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