भारतीय जनता पार्टी ने गन्ना अनुसंधान परिषद के उपाध्यक्ष के.सी. पाण्डेय को फौरन हटाये जाने की मांग की। गोवंश तस्करी के आरोपी को राज्य मंत्री का दर्जा दिये जाने की निन्दा करते हुए भाजपा प्रवक्ता एवं विधान परिषद सदस्य हृदयनारायण दीक्षित ने आज रविवार को संवादाताओं से बात करते हुए कहा कि सरकार बहुत पहले से ही गो हत्या और गोवंश की तस्करी से जुड़े मसलों की उपेक्षा करती रही लेकिन गोवंश तश्कर को राज्य मंत्री का दर्जा दिया जाना संवैधानिक परम्पराओं का भी उल्लंघन है। गोण्डा के एस.पी से हुई बातचीत के खुलासे के बावजूद सरकार द्वारा कोई कार्यवाही न किया जाना यह सिद्ध करता है कि सरकार राज्यमंत्री का दर्जा देते समय भी गंभीर जाँच पड्ताल नही करती। इसके पहले नटवर गोयल को खादीबोर्ड का उपाध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री के दर्जे से नवाजा गया था। वे भी आरोपी पाये गये। व्यापक जनविरोध के चलते सरकार उन्हें हटाने के लिए मजबूर हुई थी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सपा सरकार में अनेक मंत्रियों पर विभिन्न आरोप लगे है लेकिन सरकार आज तक किसी कार्यवाही के अंजाम तक नही पहुंची। सपा के कार्यकर्ता कानून के रखवालों तक को नही बख्श रहे है। सत्ता का भरपूर दुरूपोग कर रहे है। सपा मुखियां की घुड़की भी उन पर कोई असर नही डाल पा रही है। गो तस्कर को राज्यमंत्री का दर्जा दिया जाना इसी नीति का सबूत है।
श्री दीक्षित ने कहा कि राज्य के अनेक जिलों में गोवंश तस्करी की घटनाएं लगातार बढ़ी है पुलिस, सपाइयों के दबाव में कार्यवाही नही करती। प्रदेश का पशुधन कट रहा है, लगातार घट भी रहा है। दुधारू पशुओं के काटे जाने के सवाल विधानमण्डल में भी उठाएं गये थे। गोवंश संरक्षण संविधान में राज्य का नीति निर्देशंक तत्व है। बावजूद इसके सपा सरकार के राज्य में गोवध निषेध का उल्लंघन धड़ल्ले से हो रहा है। गो तस्करों व गो हत्यारों के विरूद्ध कार्यवाही में टाल-मटोल हो रहा है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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