प्रदेश सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का कार्य कर रही है। एक ओर जहां प्रदेश में जो अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जिन पर मा0 उच्च न्यायालय ने मुकदमा चलाये जाने का आदेश दिया हो, ऐसे अधिकारियों को प्रदेश की सपा सरकार बचा रही है वहीं सरकार के वरिष्ठ मंत्री सहित मुख्यमंत्री ईमानदार अधिकारियों को डण्डे मारने की बात कर रहे हैं, यह लोकतंत्र के लिए घातक है, क्योंकि कार्यपालिका, शासन का एक प्रमुख अंग है।
प्रदेश कंाग्रेस कमेटी जनसमस्या कमेटी के चेयरमैन एवं पूर्व एमएलसी हाजी सिराज मेंहदी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि सच्चाई तो यह है कि पहले समाजवादी पार्टी अपनी, अपने परिवार और अपने कार्यकर्ताओं की ओवरहालिंग करे, क्योंकि जिस तरह स्थानान्तरण और पोस्टिंग के नाम पर जिस तरह लूट मची हुई है, ट्रांस्फर-पोस्टिंग उद्योग चलाया जा रहा है उससे ऐसा लगता है कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार से सबक नहीं लिया है। नोएडा के अधिकारियों पर हजार-हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप है उनको बचाया जा रहा है। ईमानदार अधिकारी अपने घरों तक ही सीमित रह गये हैं और जिन अधिकारियों पर अनकों भ्रष्टाचार के आरोप हैं उनके पास चार-चार विभाग हैं। ईमानदार अधिकारियों की सुनी नहीं जा रही है। प्रदेश में विकास पूरी तरह अवरूद्ध है। कानून व्यवस्था चरमरा गई है।
श्री मेंहदी ने कहा कि आये दिन प्रदेश की नौकरशाही पर जिस तरीके से सपा मुखिया और श्री आजम खां प्रहार कर रहे हैं उससे ‘नाच न जानें आंगन टेढ़ा’ वाली कहावत चरितार्थ कर रहे हैं। उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी, आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के मनोबल को तोड़ने का कार्य कर रही है।
श्री मेंहदी ने कहा कि कभी ताजमहल को गिराने और कभी नौकरशाही को डण्डे के बल पर ठीक करने के ओछे बयानों से सपा नेता प्रदेश की जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं। सरकार के गठन के लगभग 10 माह बीत चुके हैं। प्रदेश की जनता से चुनाव में किये गये वादे अभी तक पूरे नहीं किये गये हैं। प्रदेश के युवाओं, बेरोजगारों, पिछड़ों, छात्रों, किसानों और अल्पसंख्यकों को सिर्फ सपा सरकार ने छलने का ही कार्य किया है।
श्री मेंहदी ने कहा कि सपा नेता प्रदेश के अधिकारियों से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में कार्य कराना चाहते हैं। चूंकि अधिकारी सपा नेताओं द्वारा गलत कार्यों में सहयोग नहीं दे रहे हैं इसलिए उन्हें स्थानान्तरण रूपी डण्डे का भय दिखाया जा रहा है। सपा नेताओं को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि प्रदेश के आईएएस और आईपीएस सपा के कार्यकर्ता नहीं बल्कि संवैधानिक व्यवस्था के तहत राज्य सरकार के कार्य को संचालित करने वाला प्रशासनिक तंत्र है। यदि इस तंत्र को खोखला करने की कोशिश की गयी और सामंजस्य बनाकर कार्य न किया गया तो पूरा सरकारी तंत्र ध्वस्त हो जायेगा और प्रदेश में हाहाकार की स्थिति पैदा हो जायेगी।
श्री मेंहदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता में अब तो भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी है। जनता जानना चाहती है कि आखिर सरकार श्री अखिलेश यादव चला रहे हैं अथवा उनके पिता एवं सपा मुखिया चला रहे हैं या प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री श्री आजम खां चला रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि प्रदेश सरकार श्वेतपत्र जारी कर राज्य सरकार कौन चला रहा है उसका खुलासा करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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