अधिकारियोें के बड़े पैमाने पर तबादले की समाजवादी पार्टी सरकार की नीति की आलोचना करते हुए प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि भयाक्रान्त करके अधिकारियों से कार्य नहीं लिया जा सकता है। जरूरत उनका विश्वास अर्जित करने की है। दुर्भाग्य से उ0प्र0 की सरकारों ने आपसी विश्वास के वातावरण को तोड़ दिया है।
श्री सिंह ने कहा कि सुश्री मायावती की पिछली सरकार ने घोटालों का जो रिकार्ड स्थापित किया है जिसके कारण उ0प्र0 का अधिकारी दण्डित हो रहा है और वर्तमान सरकार उसको तबादले का भय दिखाकर काम करवाना चाहती है, जो उचित नहीं है।
प्रवक्ता ने कहा कि अब समय आ गया है कि शासन और प्रशासन आपस में विश्वास पैदा करें, तभी प्रदेश में विकास की गति रफ्तार पकड़ सकती है। प्रदेश की समाजवादी सरकार ने दर्जनों घोषणाएं की है जिसका प्रभाव लाभार्थियों तक नहीं पहुंच रहा है। अभी सरकार की पुरानी घोषणाएं जिसमें गरीब परिवार के छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के लिए सहायता धनराशि जो हर वर्ष दी जाती रही है आज वह धनराशि भी अभी तक छात्र-छात्राओं तक नहीं पहुंच पायी है। कन्या विद्याधन और बेरोजगारी भत्ते में जिले स्तर पर जिस तरह से लाभार्थियों से वसूली की जा रही है उस भ्रष्टाचार की जांच कराया जाना आवश्यक है।
श्री सिंह ने कहा कि मेरा समाजवादी सरकार से अनुरोध है कि दबाव के सिद्धान्त को छोड़कर अधिकारियों का विश्वास अर्जित करें, ताकि शासन और प्रशासन सामान्य रूप से प्रदेश की जनता को लाभ पहुंचा सकंे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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