समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि पिछले पांच वर्षो के बसपाराज में उत्तर प्रदेश की देशव्यापी बदनामी का एक मुख्य कारण राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का महाघोटाला रहा है। हजारों करोड़ के घोटाले में बसपा के कई मंत्री, विधायक और विभाागीय अधिकारी, डाक्टर सभी शामिल रहे हैं। लोकायुक्त की जांच की परिधि में अब तक ग्यारह मंत्रियों के नाम आ चुके है और तीन पूर्व मंत्रियों पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए रहस्यों की पर्ते खुलती जा रही है।
प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार बनी और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मुहिम शुरू हुई तब स्वास्थ्य विभाग के पुराने माहौल और अराजकता में बदलाव आया। भ्रष्टाचार में संलिप्तों पर कार्यवाही शुरू हुई। मुंख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की योजनाएं जनोन्मुखी बनने लगी। जनहित को प्रधानता दी जाने लगी। श्री मुलायम सिंह यादव ने अपने पिछले मुख्यमंत्रित्वकाल में दवा-पढ़ाई मुफ्ती की शुरूआत की थी। श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में बनी समाजवादी पार्टी की सरकार ने उनके सपनों और इरादों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
समाजवादी पार्टी की सरकार ने सबसे पहले तो अस्पतालों में गरीबों के मुफ्त इलाज की व्यवस्था की। गम्भीर रोगों कैंसर, मधुमेह, हृदयरोग, लीवर, किडनी आदि की चिकित्सा सभी मेडिकल कालेजों में मु्फ्त कराए जाने का वायदा चुनाव घोषणापत्र में किया गया था, उसे कार्यान्वित किया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस किया गया है।
समाजवादी पार्टी के चुनाव घोषणापत्र में प्रत्येक विकासखण्ड में सभी सुविधाओं से युक्त एक एम्बूलेंस की व्यवस्था करने का वायदा था जिससे गम्भीर स्थिति वाले मरीजों को तत्काल बड़े अस्पतालों में भेजा जा सके। समाजवादी पार्टी सरकार ने टोल फ्री 108 नम्बर पर फोन करके ग्रामीण क्षेत्रों में 20 तथा शहरी क्षेत्रों में 10 मिनट में एम्बुलेंस सुविधा प्रदान करना सुनिश्चित किया। मुख्यमंत्री जी ने अस्पताल भर्ती शुल्क भी समाप्त कर दिया। 50 जनपदों में जिला महिला चिकित्सालयों के लिए 100 शय्यायुक्त मात्र् शिशु विंग के लिए रू0 1000 करोड़ की लागत से कार्य की स्वीकृति प्रदान की गई है।
जिस राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिषन की योजना बसपाराज में घोटाला योजना बन गई थी अब फिर पटरी पर आ गई है। रू0 4200 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की योजनाओं के संचालन की कार्यवाही की गई है। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के कुपोषण के शिकार कक्षा एक से 10 तक पढ़नेवाले गांव के बच्चों और स्कूल न जाने वाले सवा करोड़ बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं उनके इलाज के लिए आशीर्वाद बाल स्वास्थ्य गारंटी योजना की शुरूआत की है। यह योजना प्रदेशभर में आयुष डाक्टरों द्वारा चलाई जाएगी।बसपा सरकार ने तो 2000 आयुष डाक्टरों को बर्खास्त कर दिया था। समाजवादी पार्टी सरकार ने उन्हें बहाल कर इस योजना में लगाया है।
चूॅकि समाजवादी पार्टी सरकार की प्राथमिकता में गांव-गरीब है, इसलिए गांवों में चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। पिछली सरकार में चिकित्सकों पर फर्जीवाड़े के तमाम दबाव रहते थे। जनता से जुड़ी योजनाओं में बसपा मुख्यमंत्री को कोई दिलचस्पी नहीं थी। उन्हें हर जगह बस मोटा कमीशन ही दिखाई पड़ता था। अब समाजवादी पार्टी सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ाने और गांव-गरीब को भी उसका लाभ देने की सुनिश्चित व्यवस्था की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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