उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आॅपरेशन सद्भावना के तहत पूर्वी लद्दाख के विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों से आज यहां अपने सरकारी आवास पर भेंट करते हुए इन्हें खूब पढ़ने के साथ-साथ खेलने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि ये बच्चे प्रकृति के ऐसे सुरम्य क्षेत्र में निवास करते हैं, जिसे भारत के अन्य प्रान्तों का प्रत्येक नागरिक देखने की इच्छा रखता है। लेकिन इस क्षेत्र की विषम भौगोलिक कठिनाईयां भी हैं, जो यहां के निवासियों का जीवन काफी कठिन एवं दुरूह बनाती हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि सबका बचपन एक जैसा ही होता है। लेकिन अपने में लगातार सुधार कर कोई भी व्यक्ति प्रगति कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लेह-लद्दाख जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्र में वहां के निवासियों के साथ-साथ सेना के लोग भी निवास करते हैं। जिन परिस्थितियों में कार्य करते हुए सेना देश की हिफाजत करती है, वह काबिले तारीफ है। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए उनसे आग्रह किया कि वे लखनऊ में भ्रमण के दौरान देखे गए ऐतिहासिक स्थलों तथा अनुभवों की जानकारी वापस जाकर अपने सहपाठियों को अवश्य दें। ताकि अधिक से अधिक लोग देश के एक-दूसरे क्षेत्रों की परिस्थितियों, संस्कृतियों एवं खूबियों से अवगत हो सकें। उन्होंने भारतीय सेना के इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से सीमावर्ती क्षेत्रों के बच्चों को अपने देश के अन्य क्षेत्रों को नज़दीक से देखने व समझने का मौका मिलता है।
ज्ञातव्य है कि भारतीय सेना द्वारा संचालित आॅपरेशन सद्भावना के तहत प्रतिवर्ष सीमा क्षेत्र के बच्चों को देश के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कराया जाता है। इसी के तहत 21 बच्चों को वायुयान द्वारा नई दिल्ली लाकर इन्हें गणतंत्र दिवस की परेड एवं झांकी तथा दिल्ली के अन्य ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कराया गया। इसके बाद इन्हें लखनऊ में भूल भुलैया, रेजीडेंसी आदि विभिन्न स्थलों का भी अवलोकन कराया गया।
इस मौके पर सांसद श्रीमती डिम्पल यादव ने बच्चों को उपहार भेंट किए। कार्यक्रम में विधान परिषद के सदस्य श्री राजेन्द्र चैधरी, प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन श्री अवनीश अवस्थी, लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री राजीव अग्रवाल, सेना के अधिकारी व बच्चों के साथ आए अध्यापक भी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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