उत्तर प्रदेश के दुग्ध विकास राज्यमंत्री श्री राममूर्ति वर्मा ने आज यहाॅ लाल बहादुर शास्त्री किसान गन्ना संस्थान डालीबाग में प्रादेशिक को-आपरेटिव डेरी फेडरेशन द्वारा आयोजित गोकुल पुरस्कार वितरण समारोह में प्रदेश के वर्ष 2010-11 एवं 2011-12 में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन करने वाले 109 दुग्ध उत्पादकों को गोकुल पुरस्कार प्रदान किया। इनमें से 55 दुग्ध उत्पादकों को वर्ष 2010-11 एवं 54 को वर्ष 2011-12 के लिये पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने वर्ष 2012-13 में गोकुल पुरस्कार के लिये बजट में 25 लाख रूपये की व्यवस्था कराने का भी आश्वासन दिया।
इस अवसर पर श्री वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 97941 ग्रामों में से वर्तमान में 12160 ग्रामों में दुग्ध समितियाॅ/दुग्ध समूह कार्यरत हैं। गाॅव स्तर पर स्वरोजगार के लिये गाय एवं भैस पालकर दुग्ध उत्पादन व विक्रय को महत्वपूर्ण सहरोजगार के रूप में अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के गरीब दुग्ध उत्पादकों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान हेतु अपने बजट में पहली बार उदार दृष्टिकोण अपनाया है। सरकार द्वारा इतने अल्प अवधि में तीन बंद दुग्ध संघों (आगरा, मथुरा एवं फतेहपुर) का संचालन कराया गया। नेशनल डेरी प्लान के अंतर्गत दुग्ध संघ लखनऊ को रू0 6 करोड़ की वित्तीय सहायता दी गयी। इस योजना के अंतर्गत फर्रूखाबाद दुग्ध संघ का भी आच्छादन कराये जाने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि कन्नौज एवं आजमगढ़ में नई डेरी स्थापित कराये जाने हेतु व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही दुग्ध संघ कानपुर में दुग्ध उत्पादकों के बकाया दुग्ध मूल्य भुगतान हेतु रू0 1.5 करोड़ की वित्तीय सहायता दी गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों के बकाया दुग्ध मूल्य भुगतान हेतु रू0 25 करोड़ की वित्तीय सहायता दी गयी है तथा स्वच्छ दुग्ध उत्पादन योजनान्तर्गत दुग्ध संघ लखनऊ को 3 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता दी गयी है।
वर्ष 2010-11 में श्रीमती रोशनी जोकि गाजियाबाद जनपद की पेंगा महिला नामक दुग्ध समिति की सदस्य हैैैं द्वारा 72154 ली0 दुग्ध उत्पादन करके प्रथम स्थान प्राप्त किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2011-12 में श्रीमती लक्ष्मी देवी जोकि गाजियाबाद कनकपुर महिला दुग्ध समिति की सदस्य हैं, ने प्रदेश में सर्वाधिक दुग्ध का उत्पादन करके गोकुल पुरस्कार जीतने का गौरव प्राप्त किया।
प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में उक्त दोनों वर्षों में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन बस्ती स्थित फुलवरिया पाण्डेय दुग्ध समिति के सदस्य श्री राममणि द्वारा किया गया।
मध्य उ0प्र0 में वर्ष 2010-11 में लखनऊ स्थित कासिमपुर गढ़ी दुग्ध समिति की सदस्य श्रीमती बिटाना देवी द्वारा 47071 ली0 दूध उत्पादित करके यह पुरस्कार प्राप्त किया गया है। श्रीमती बिटाना देवी ने विगत छः वर्षों से लगातार लखनऊ जनपद में प्रथम स्थान पर रहते हुये यह पुरस्कार प्राप्त किया है। वर्ष 2011-12 में मध्य उ0प्र0 की श्रीमती संतोष राठौर जोकि फर्रूखाबाद जनपद की धीरपुर समिति की सदस्य हैं, द्वारा 62639 ली0 दुग्ध का उत्पादन करके प्रथम स्थान प्राप्त किया गया है।
इन समस्त विजेता दुग्ध उत्पादकों को रू0 11,000.00 का ड्राफ्ट, प्रमाण पत्र तथा कृष्ण एवं गाय बछड़े वाली काॅस्य की प्रतिमा (प्रतीक चिन्ह) पुरस्कार के रूप में प्रदान किया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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