समाजवादी पार्टी की लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है। जनता को ऐसा मुख्यमंत्री मिला है जो खुले मन से सबसे मिलता है। पांच साल तक जनता की कोई बात नहीं सुनी गई। गरीब आदमी की तो बात ही क्या बसपा के मंत्री और विधायक तक तत्कालीन मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाते थे। सत्ता का दुरूपयेाग कर पंचम तल के निर्देश पर कलेक्टर से लेकर लेखपाल और डी0जी0से लेकर दारोगा तक के जरिए ब्लाक और जिला पंचायतों पर कब्जा किया गया। स्थानीय निकायों में बसपा सरकार द्वारा जिन प्रत्याशियों को अध्यक्ष पद पर जिताने का नाटक किया गया था। उनके प्रति सदस्यों का भी विश्वास नहीं था।
तत्कालीन बसपा सरकार के आतंक से जबरन चुने गए बसपाई दबंगों के खिलाफ कोई कुछ बोल नहीं सका था। श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी सरकार के गठन के बाद जब लोकतंत्र की बहाली हुई और भयमुक्त वातवारण बना तब ब्लाक और पंचायत सदस्यों के भी विरोधी स्वर मुखर हुए। इसके परिणाम स्वरूप नए निर्वाचन हुए हैं।
जिला पंचायत अध्यक्षों के रिक्त पदों के लिए 21 जनवरी,2013 को हुए चुनावों में प्रदेश के 28 जनपदो में समाजवादी पार्टी के 25 प्रत्याशी निर्वाचित हुए हैं। इनमें 17 जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। वाराणसी में चुनाव स्थगित हो गया है।
जिला पंचायतों में जीते समाजवादी पार्टी प्रत्याशियों के नाम हैं सर्वश्री गणेश यादव (आगरा), रमेश चंचल (फिरोजाबाद), विजय बहादुर यादव (लखनऊ), देवेन्द्र कुमार कटियार (कानपुर नगर), श्रीमती सुनीता दोहरे (कन्नौज), श्रीमती मीरा राय (झाॅसी), महेन्द्र वर्मा (बांदा), श्रीमती गौरी मिश्रा (हमीरपुर), श्रीमती रेखा सिंह (इलाहाबाद), श्रीमती शारदा चैधरी (जौनपुर), श्रीमती पंचरत्न देवी धोबी (गाजीपुर) श्रीमती अनीता राकेश (सोनभद्र), श्रीमती मीरा यादव (आजमगढ़), श्रीमती पूजा यादव (सिद्धार्थनगर), श्रीमती ज्ञानमती दुषाध (संतकबीरनगर), पृथ्वीपाल सिंह यादव (सुल्तानपुर), श्रीमती कमलपाल (लखीमपुर खीरी), श्रीमती रूकय्या रियाज (पीलीभीत), श्रीमती नीतू (शाहजहाॅपुर), श्रीमती प्रीति यादव (सम्भल), श्रीमती मंजूदेवी (मुरादाबाद), श्रीमती नसरीन जैदी (बिजनौर), अजीतपाल त्यागी (गाजियाबाद), श्रीमती सुनीता यादव (हापुड़) एवं मनीश चैहान (शामली)
इसके पूर्व दिनांक 04 जनवरी,2013 को 104 स्थानों पर ब्लाक प्रमुख के चुनाव हुए जिनमें 08 स्थानो पर चुनाव स्थगित हो गए। 96 में से समाजवादी पार्टी के 58 स्थानों पर निर्विरोध ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हुए थे तथा 31 ब्लाक प्रमुख चुनाव जीते। इस प्रकार 96 में समाजवादी पार्टी के 89 ब्लाक प्रमुख जीते हैं।
समाजवादी पार्टी ने जीते हुए प्रत्याशियों को बधाई दी है और इसे लोकतंत्र की जीत बताया है। ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों पर समाजवादी पार्टी प्रत्याशियों के निर्वाचन से बसपा कुशासन और सत्ता के दुरूपयोग का निराकरण हुआ है। जिला पंचायतों एवं ब्लाक स्तर पर लोकतांत्रिक व्यवस्था बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव बधाई के पात्र है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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