- मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठक नियमित रूप से करें
- प्रत्येक जिले के निर्यातकों की सूची उपलब्ध करायें
- विदेशों में निर्यात की सम्भावनायें तलाशी जायें -भगवत सरन गंगवार
उत्तर प्रदेश के लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत सरन गंगवार ने यू0पी0आई0डी0 के विकास एवं उसको आधुनिक बनाने हेतु कार्य योजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि गत वर्ष की अवशेष धनराशि 29 लाख रुपये को आवश्यकतानुसार व्यय करके नई कार्य योजना बनाकर धनराशि की मांग की जाये। उन्होंने कहा कि यू0पी0आई0डी0 के म्यूजियम के प्रचार-प्रसार हेतु एतिहासिक एवं पर्यटन स्थलों पर फ्लेक्स होर्डिंग भी लगायी जायेे ताकि लोग वहां पर हस्तशिल्पियों के रखे गये लगभग 600 उत्पादों को देखें और अपने मनपसंद उत्पादों को खरीद सकें।
यह निर्देश आज यहां अपने कार्यालय कक्ष मंे विभागीय समीक्षा बैठक करते हुये श्री भगवत सरन गंगवार ने अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि इससे हस्तशिल्पियों के उत्पादों की बिक्री बढ़ेगी जिससे उनकी आय बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार पाने वाले हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षण देने के साथ ही उनके लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जाये। साथ ही निर्यातकों से यह भी चर्चा की जाये कि किन देशेां में किस प्रकार के उत्पादों का निर्यात किया जा सकता है और वहां पर किन-किन उत्पादों की बिक्री की सम्भावनायें हैं। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 हस्तशिल्प विकास एवं विपणन निगम लि0 द्वारा हस्तशिल्पियों को उनके कौशल का उचित मूल्य दिलाने एवं हस्तशिल्प क्षेत्र के उत्पादों की डिजाइन आधुनिक बाजार मांग के अनुसार विकसित किये जाने की दृष्टि से प्रदर्श-सह विपणन योजना लागू की गई है।
लघु उद्योग मंत्री ने भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्राधिकरण द्वारा स्थानीय उद्यमियांे के हित में कार्य करना होगा ताकि उसका प्रतिबिम्ब आम लोगों को दिखाई दे। उन्होंने वहां के कर्मचारियों की सेवा 58 वर्ष से बढ़ाकर 60 वर्ष करने पर सहमति जताते हुए शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
श्री गंगवार ने कहा कि उद्यमियों की समस्याओं के निराकरण हेतु जिलों में जिला उद्योग बन्धु एवं मण्डल में मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठक नियमित रूप से की जाये। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद एवं आगरा में मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठक गत माह नहीं कराई गई है जिसके लिए संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त कर प्रस्तुत किया जाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला उद्योग बन्धु की बैठक नियमित रूप से होनी चाहिए। मण्डलीय उद्योग बन्धु की बैठकों की वे स्वयं अपने स्तर से जानकारी प्राप्त करेंगे। बैठक न होने पर संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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