समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की योजना सभी किस्म के कृषि उत्पादों को लाभप्रद बनाने की है। विशेषकर फलों और सब्जियों के प्रसंस्करण के संसाधनों की कमी को वे दूर करना चाहते हैं। साथ ही किसानों की आय में बढ़ोत्तरी के लिए वे कई उत्पादों की नई किस्मों केा उगाने की सुविधा भी देना चाहते हैं। इस दृष्टि से राज्य सरकार द्वारा नई उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण नीति भी बन रही है।
प्रदेश में पहली बार पान उत्पादन प्रोत्साहन योजना 21 जिलों उन्नाव, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, बाराबंकी, कानपुरनगर, सुल्तानपुर, ललितपुर, महोबा, बाॅदा, प्रतापगढ़, जौनपुर , बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, अमेठी, वाराणसी, मिर्जापुर, एवं सोनभद्र में स्वीकृत की गई है। इस योजना में पान किसानों केा कुल लागत का 50 फीसद अनुदान के तौर पर मिलेगा। अनुदान राशि सीधे किसानों के खाते में जायेगी। वर्ष 2012-13 में शासन ने तदर्थ एक करोड़ की राशि रखी है। इस योजना के फलस्वरूप पान की खेती छोड़ चुके किसान फिर इस ओर आकर्षित होंगे।
समाजवादी पार्टी की सरकार के द्वारा 305 हेक्टेयर क्षेत्र में हर मौसम में फलने वाले नए बाग लगाए गये और 1439 हेक्टेयर क्षेत्र में पुराने बागो का रखरखाव कराया गया। इससे प्रदेश को आम, अमरूद, आंवला, लीची, बेल, बेर, शरीफा और नींबू, जैसे लोकप्रिय फलों की उपलब्धता किफायती दामों पर हो सकेगी। केले की नई प्रजाति गैंडनैन(जी-9) के उत्पादन और विस्तार की योजना 800 हेक्टेयर क्षेत्र में टिशू कल्चर से षुरू की गई है। किसानों को 1700 हेक्टेयर क्षेत्र में अधिक लाभ देने वाली मिर्च, हल्दी, अदरक और लहसुन की नई किस्में उगाने की सुविधा दी गई है।
भारत सरकार की मेगा फूड पार्क स्कीम के अन्तर्गत राज्य की फल पट्टियों और फल मंडियों वाले सभी जिलों में खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर के सभी प्रकार के उद्योगों को विकसित कराने का नीतिगत निर्णय लिया गया है। इसमें निजी निवेशकों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक कार्यवाही की जा रही है। गोमतीनगर लखनऊ में स्थित पुष्पफल एवं सब्जी की आधुनिक मंडी ‘‘अपना बाजार’’ जो विगत 15 वर्षों से क्रियाशील नहीं हो पाई है, उसको रिडिजाइनिंग करते हुए क्रियाशील करने की कार्यवाही की जा रही है। इसी की भंाति अन्य शहरों में भी ‘अपना बाजार‘ विकसित किए जायेगें।
इसके अतिरिक्त प्रदेश में पहली बार लोहिया पर्यावरणीय उद्यान योजना के तहत कन्नौज, इटावा और बस्ती जिलों में लगभग एक-एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में उद्यान स्थापना की कार्यवाही प्रारम्भ की गई है। स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार कृषि उत्पादन के क्षेत्र में फिर से नया रिकार्ड बनाने को प्रयत्नशील है, जिसकी पिछले पाॅच वर्षों के बसपाराज में घोर उपेक्षा हुई थी। मुख्यमंत्री जी ने कृषि और उससे जुड़े हर क्षेत्र के सम्यक् विकास पर जोर दिया है और उसके अनुकूल परिणाम भी सामने आ रहे हैंे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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