प्रादेशिक, फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन आगामी 23 एवं 24 फरवरी को राजभवन के प्रांगण में आयोजित किया जायेगा। प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव तथा समापन महामहिम श्री राज्यपाल द्वारा कराया जाना प्रस्तावित किया गया है। आयोजन में गृह वाटिका एवं शोभाकार उद्यानों की प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टि शुल्क, प्रवेश शुल्क तथा शिक्षाप्रद एवं औद्यानिक उत्पादों के स्टाॅल लगाये जाने हेतु स्टाॅल की शुल्क दरों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गयी है। यह दरें गत वर्षाें की भांति ही लागू रहेंगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में ’प्रादेशिक फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी समिति’ द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भविष्य में बैठक आयोजित करने के एक सप्ताह पूर्व सम्बन्धित सदस्यों को एजेण्डा अवश्य उपलब्ध करा दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि समिति द्वारा प्रस्तावित प्रादेशिक, फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन की तिथियों के अनुसार मा0 मुख्यमंत्री एवं महामहिम श्री राज्यपाल से शीघ्रताशीघ्र अनुरोध कर समय प्राप्त कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि पुरस्कार वितरण समारोह को और अधिक सुगमता और व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु समिति के प्रस्ताव के अनुसार महामहिम श्री राज्यपाल के कर-कमलों द्वारा 28 रनिंग शील्ड (चल बैजयन्ती) एवं 23 पुरस्कार महिलाओं एवं बच्चों के लिए अर्थात कुल 51 पुरस्कार अवश्य करा दिए जायें, परन्तु शेष पुरस्कारों के नामों की घोषणा कार्यक्रम में ही कराकर उनकी सुविधानुसार उपलब्ध करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि इस बार प्रदर्शनी में लगाए जाने वाले विभागीय स्टाॅलों में से श्रेष्ठ स्टाॅल लगाने वाले प्रतिभागियों में से एक को शील्ड देकर पुरस्कृत किया जाए।
श्री उस्मानी ने कहा कि समिति के आय-व्यय का आॅडिट चार्टड एकाउण्टेन्ट से कराकर आय-व्यय बैलेंस शीट अवश्य बनायी जाए। उन्होंने कहा कि समिति के प्रस्ताव के अनुसार इस आयोजन हेतु 21 लाख रूपये प्रदर्शनी के लिए बजट की स्वीकृति हेतु इस शर्त के साथ अनुमति प्रदान की जा रही है कि व्यय की जाने वाली मदों का पूर्ण विवरण औचित्य सहित पत्रावली पर प्रस्तुत कर अनुमोदन प्राप्त किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रादेशिक फल-शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी-2013 की डाक्यूमेन्ट्री फिल्म सूचना विभाग से गत वर्षाें की भांति बनवाकर व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराने हेतु जनमानस को सी0डी0 आदि अवश्य उपलब्ध करायी जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदर्शनी को आकर्षक एवं सुव्यवस्थित रूप से आयोजित कराने हेतु प्रदर्शनी स्थल पर सेना एवं पी0ए0सी0 के बैण्ड का निःशुल्क प्रबन्ध कराने के साथ-साथ स्वच्छता के लिए कूडादान एवं पर्याप्त संख्या में अच्छी क्वालिटी के अस्थायी हाईजेनिक प्रसाधन (महिला एवं पुरूष) आदि की व्यवस्था नगर निगम तथा विकास प्राधिकरण लखनऊ द्वारा करायी जाए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी स्थल पर स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नगर निगम एवं जल संस्थान, लखनऊ द्वारा तथा प्रदर्शनी स्थल के निकट वाहनों की पार्किंग स्थल की व्यवस्था पुलिस महानिदेशक/एस0पी0 (यातायात) द्वारा सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में निःशुल्क साहित्य वितरण कराने हेतु उद्यान विभाग द्वारा सूचना ब्यूरो स्थापित कराया जाए तथा बच्चों को आकर्षित करने के लिए विद्यालयों को आमंत्रित किया जाए।
बैठक में बताया गया कि प्रदर्शनी में निजी पौधशाला स्वामियों को भी स्टाॅल लगाने तथा शोभाकार पौधों की बिक्री हेतु आमंत्रित किया जायेगा।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन, प्रमुख सचिव श्री राज्यपाल श्री मंजीत सिंह, सचिव उद्यान डाॅ0 रजनीश दुबे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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