आकांक्षा, उत्तर प्रदेश की अध्यक्षा श्रीमती डाॅ0 फराह उस्मानी ने समिति के सदस्यांे का आह्वाहन किया है कि शासकीय योजनाओं में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर पात्र लाभार्थियों को अधिक से अधिक मदद पहुंचाने में सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि समग्र ग्राम विकास योजना तथा समन्वित बाल विकास योजना (आई0सी0डी0एस0) आदि योजनाआंे से पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित कराने हेतु गांवों मंे जाकर लोगों की मदद करें। उन्होेंने कहा कि सामान्य आदमी की समस्याओं से अवगत होकर उनकी मदद करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है, जिसमें हम सभी को बढ़-चढ़कर हिस्सा और अधिक लेना होगा। उन्होंने कहा कि अपनी काबिलियत का उपयोग गरीब जनता के कल्याण के लिए करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तरीय आकांक्षा समिति कम से कम एक गरीब गांव को एडाप्ट कर विकास योजनाओं को क्रियान्वित कराने में और अधिक अपना सहयोग प्रदान करे। उन्होंने कहा कि महिलाओं में साक्षरता दर बढ़ाने में भी समिति सक्रिय भूमिका का निर्वहन करेगी।
डाॅ0 फराह उस्मानी आज आकांक्षा समिति के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित सिल्वर जुबली कार्यक्रम में आकांक्षा समिति की वेबसाइट लान्च करने के उपरान्त अपने उदगार व्यक्त कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि आकांक्षा समिति एक सामाजिक संस्था है, न कि कामर्शियल संस्था। उन्होंने कहा कि हम सभी का दायित्व है कि अपने व्यक्तिगत दायित्वों के निर्वहन से समय निकालकर सामाजिक कार्याें में भाग लेकर असहाय लोगों की मदद करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्हांेने कहा कि उत्तर प्रदेश के अधिकांशतः सभी जनपदों में आकांक्षा समिति गठित है, जिसके माध्यम से ग्रामों में चल रही योजनाओं से निर्धन, जरूरतमंद बेरोजगारों को स्वावलम्बी बनाने हेतु लोगों की मदद करने में अपनी भूमिका निभायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा वार्षिक योजना तैयार कर ग्रामीण, निर्धन श्रमिकों, मजदूरों, बेघर बच्चों तथा फुटपाथी शरणार्थियों को आवश्यक सुविधाएं-कम्बल आदि वितरित कराये जायंे। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, जागरूकता शिविरों का आयोजन ग्रामीण स्तर पर कराकर असहाय लोगों की मदद की जायेगी। उन्होंने कहा कि असहाय एवं कमजोर लोगों को स्वावलम्बी बनाने हेतु छोटे-छोटे रोजगार समिति के माध्यम से उपलब्ध कराये जायें।
समिति की उपाध्यक्षा श्रीमती सुरभि रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि समिति के माध्यम से समय-समय पर कार्यक्रमों का आयोजन कर रक्तदान शिविर, निर्धन बच्चों के लिए स्कूल एवं कम्प्यूटर सेन्टर भी चलाती है। उन्होंन बताया कि जनपद झांसी में दीपक निर्माण, मोमबत्ती निर्माण एवं हस्तशिल्प में सुतली जूट से सुसज्जित प्लास्टिक के गमले, तौलिये एवं रूमाल आदि का प्रशिक्षण निःशुल्क रूप से दिया गया है। प्रशिक्षणोपरान्त तैयार की गयी सामग्री की बिक्री हेतु दशहरा मेला, दीपावली मेला में मण्डप लगाकर प्रस्तुत भी किया गया है। उन्होंने बताया कि झांसी में गठित आकांक्षा सिलाई एवं शिल्पकला केन्द्र में प्रशिक्षणार्थियों का चयन गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बहनों एवं निराश्रितों, बेरोजगार बहनों में से कराया गया है। उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के पर्यटन एवं भोजन प्रबन्धन संस्थान में प्रथम बार प्रयोगशाला में प्रतिभागियों ने ’तत्काल बनाओ, पुरस्कार पाओ’ में 45 मिनट की अवधि में दही से बने व्यंजन तथा माकटेल पेय का सुन्दर एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन कराया गया है। इस कार्य में समिति के सदस्यों के निर्देशन में अन्य स्वयंसेवी महिला संगठनों को भी सहभागी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय ’गांधी शिल्प मेला’ में आकांक्षा समिति ने सक्रिय सहभागिता देते हुए मण्डप सजाया तथा हस्तशिल्प की वस्तुओं की बिक्री की। एक्वेरियम, कांच के गिलास, आईसक्रीम गिलास, टेस्टट्यूब गिलास में जेल बाक्स से निर्मित सुन्दर, आकर्षक रंगोली, शंख, मोती, पुष्प से सुसज्जित मोमबत्तियां जन-मानस के आकर्षण का केन्द्र बनी तथा लगभग 17000 रूपये की बिक्री से आकांक्षा समिति, झांसी लाभान्वित भी हुई है।
आकांक्षा समिति, झांसी की अध्यक्षा श्रीमती वृन्दा दयाल ने अपने सम्बोधन में बताया कि समिति द्वारा बुन्देली लोक कला संस्कृति, पर्यावरण-संरक्षण, वृक्षारोपण कार्यक्रमों में भी ’तुलसी अभियान’ चलाकर कीर्तिमान स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि स्वच्छ झांसी, निर्मल झांसी तथा सशक्त झांसी हेतु ’निर्मल अभियान’ में आकांक्षा समिति झांसी की सक्रिय सहभागिता सराहनीय रही है। उन्होंने बताया कि पाॅलीथीनमुक्त झांसी के उद्देश्यपूर्ति हेतु लिफाफा/थैली निर्माण भावी योजना भी सम्मिलित है।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्य सचिवों की पत्नियां एवं आकांक्षा समिति की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती रेनू मित्तल, श्रीमती ऊषा गुप्ता, श्रीमती सीता रमणी, श्रीमती अमिता मिश्रा, श्रीमती ममता वर्मा सहित श्रीमती सोनाली गोयल, श्रीमती ऊषा शर्मा, श्रीमती शामली बोबडे़, श्रीमती अर्चना, श्रीमती नीतू गुप्ता तथा श्रीमती आभा गर्ग ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम मंे उत्तर प्रदेश आकांक्षा समिति के सदस्यांे के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जनपदों की आकांक्षा समिति की अध्यक्षाएं उपस्थित थीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com