प्रदेश में गरीबी उन्मूलन हेतु स्वरोजगार योजना के रूप में स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना संचालित की जा रही है। दिसम्बर 2012 तक कुल उपलब्ध धनराशि 536.22 करोड़ रूपये के सापेक्ष 242.70 करोड़ रूपये व्यय करके कुल 186893 स्वरोजगारियों को रोजगार में स्थापित किया गया। इनमें अनुसूचित जाति/जन जाति के 86765 लोग शामिल हैं।
यह जानकारी देते हुए राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरविन्द कुमार सिंह गोप ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2012-13 हेतु 531.02 करोड़ रूपये के परिव्यय से 348314 स्वरोजगारियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक स्वरोजगारी को प्रतिमाह 2000 रूपये के ऊपर की आय के सृजन हेतु सक्षम बनाना है। उन्होंने बताया अब इस योजना को पुनर्गठित कर ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के नाम से संचालित किया जायेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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