कई दिनों पूर्व प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुए एक समुदाय के दो वर्गों के बीच विवाद में प्रदेश सरकार एवं स्थानीय प्रशासन सहित खुफिया तंत्र की पूरी तरह नाकामी उजागर हुई है, जिसने कल पुराने लखनऊ के कई क्षेत्रों को अपने चपेट में ले लिया है। यदि शासन और प्रशासन पूरी तत्परता और मुस्तैदी से शांति और सौहार्द बनाये रखने के समुचित कदम उठाती तो शायद इतनी बड़ी हिंसा न होती, जिसमें कई लोग घायल हुए और एक व्यक्ति की जान चली गयी।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, सांसद ने आज जारी बयान में कहा कि समाचारपत्रों के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है कि प्रशासन को पहले ही ऐसी घटनाओं के घटने का अंदेशा था, किन्तु लापरवाही और समय से कारगर कदम न उठाने के चलते निर्दोष लोग अराजकता के शिकार हुए।
डाॅ0 खत्री ने कहा कि सबसे दुःखद तो यह है कि जब प्रदेश सरकार की नाक के नीचे ऐसी घटनाएं घट रही हैं जिनको रोक पाने में सरकार पूरी तरह फेल हो रही है तो प्रदेश के अन्य जनपदों में ध्वस्त कानून व्यवस्था का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। उन्होने कहा कि आज पूरा प्रदेश अराजकता के साये में जीने को मजबूर है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह राजधानी लखनऊ में तत्काल शांति व्यवस्था बहाल कराये तथा दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु प्रभावी एवं ठोस कदम उठाये।
डाॅ0 खत्री ने सम्बन्धित समुदायों के लोगों के लोगों से शांति और समाज में अमन-चैन बनाये रखने की पुरजोर अपील की है।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 खत्री के निर्देश पर उपरोक्त घटना में घायल हुए लोगों का कुशल क्षेम लेने के लिए उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के व्यापार प्रकोष्ठ के चेयरमैन डाॅ0 नीरज बोरा ट्रामा सेन्टर पहुंचे और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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