उत्तर प्रदेश में दिन-प्रतिदिन गिरती कानून व्यवस्था, महिलाओं और अबोध बालिकाओं के साथ किये जा रहे बर्बर बलात्कार और दुराचार एवं जघन्य घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने हेतु आज उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी जनसम्पर्क, जनसमस्या एवं संवेदना यूनिट के चेयरमैन हाजी सिराज मेंहदी के नेतृत्व में कंाग्रेस के 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही केन्द्रीय गृह मंत्री श्री सुशील कुमार शिंदे को भी ज्ञापन प्रेषित कर प्रभावी कार्यवाही करने का आग्रह किया।
महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन में कहा गया है कि दिनों-दिन प्रदेश में बढ़ रहीं ऐसी पाशविक घटनाओं से प्रदेश का जनमानस त्रस्त, भयाक्रान्त एवं उद्वेलित है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री जी, सांसद द्वारा ऐसी घटनाओं का पता लगाने और पीडि़त परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने तथा उनकी ऐसी समस्याओं की ओर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराये जाने हेतु उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी जनसम्पर्क, जनसमस्या एवं संवेदना यूनिट का गठन किया गया है जो जहां कहीं भी ऐसी घटनाएं होती हैं वहां तत्काल पहुंचकर वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही शासन-प्रशासन का ध्यान घटित घटना की ओर आकृष्ट करते आ रहे हैं।
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि उ0प्र0 में समाजवादी पार्टी की सरकार के वजूद में आने के बाद से ही गुण्डों-माफियाओं का बोलबाला है। हत्या, राहजनी, बलात्कार, डकैती, कत्लेआम की घटनाएं आम बात हो गयी हैं। दुःखद तो यह है कि ऐसे कृत्यों में वर्तमान सरकार से जुड़े उनकी पार्टी के लोगों की संलिप्तता दृष्टिगोचन हुई है, जिन पर प्रदेश सरकार अंकुश लगा पाने में पूर्णतया विफल साबित हुई है। सपा सरकार के गठन से लेकर अब तक स्वयं सपा प्रमुख श्री मुलायम सिंह यादव ने इस सरकार की कार्यप्रणाली पर 37 बार असंतोष व्यक्त किया है, जो कि हमारे द्वारा लगाये गये आरोपों की पुष्टि करता है।
प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश हुए विशेष रूप से दुराचार और महिला उत्पीड़न के कुछ ज्वलन्त मामलों को प्रस्तुत किया। जिनके चलते आज महिलाओं में असुरक्षा की भावना घर कर गयी है। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि विगत दिनों बलरामपुर जनपद में समाजवादी पार्टी के सदर विधायक श्री जगराम पासवान के घरेलू नौकर ने विधायक के भाई के आवास पर एक 13 वर्षीय नाबालिक लड़की को अपने दो साथियों सहित घण्टों बंधक बनाये रखा और बलात्कार किया तथा उसके बाद विधायक की स्कार्पियो गाड़ी से उक्त बालिका को 3कि.मी. दूर ले जाकर छोड़ दिया। इसी प्रकार लखनऊ जनपद के इंटौजा थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम अकड़रिया खुर्द में एक बालिका के साथ सामूहिक दुराचार के आरोपी खुलेआम घूमते रहे और शासन-प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। जिससे इस सरकार की संवेदनहीनता परिलच्छित होती है। लखनऊ के मलिहाबाद के मंशीखेड़ा में एक विकलांग 16 वर्षीय दलित बालिका के साथ सामूहिक दुराचार का मामला प्रकाश में आया। इस घटना का संज्ञान भी शासन-प्रशासन द्वारा नहीं लिया गया। शाहजहांपुर जनपद में दुराचार की शिकार हुई दलित बालिका जब घटना की रिपोर्ट लिखाने थाना खुदागंज गयी तो उसकेा घण्टों बैठाये रखा गया और पुलिस स्थानीय दबंगों के प्रभाव में आकर सुलह-समझौता कराकर इस घटना का पटाक्षेप कराने में लगी रही। प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में ताजा घटनाक्रम का उदाहरण देते हुए बताया कि गोरखपुर जनपद के बेलघाट थाना क्षेत्र में सोनू यादव नामक लड़के ने एक छात्रा से दुराचार करने के प्रयास में उसकी नाक काट लिया और उक्त छात्रा घायल अवस्था में जीवन-मृत्यु से संघर्ष कर रही है।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बलात्कार, हत्या, राहजनी, फिरौती, छिनैती, डकैती के ऐसे अनेकों उदाहरण हैं जो इस सरकार को बेनकाब करते हैं और यह सिद्ध करते हैं कि उत्तर प्रदेश में कानून का नहीं, बल्कि माफियाओं का राज कायम है।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कोआर्डिनेटर अशोक सिंह ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि ऐसे जघन्य मामलों का संज्ञान लेते हुए अपने स्तर से प्रदेश सरकार को तत्काल ऐसी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने का निर्देश देने का कष्ट करें।
प्रतिनिधिमंडल में श्री सिराज मेंहदी के अलावा पूर्व एमएलसी एवं अध्यक्ष जी से सम्बद्ध श्री हरीश बाजपेयी, श्री विनोद बिहारी वर्मा, श्री सुरेशचन्द्र वर्मा, श्री अशोक सिंह, श्रीमती शबनम पाण्डेय शामिल थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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