समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि भाजपा-बसपा के पुराने रिश्तो को देखते हुए उनका एकसुर में बोलना स्वाभाविक है लेकिन अब कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी उनके गठजोड़ में शामिल हो गई है, यह आश्चर्य की बात है। उन्हें भी कई निराधार शिकायतें हो गई हैं। अगर उन्होने एक बार तथ्यों पर निगाह डाल ली होती तो ऐसी गलती नहीं करती। एक जिम्मेदार नेता से ऐसा उम्मीद भी नहीं की जा सकती थी।
उत्तर प्रदेश में अपराध के आंकड़े में वर्ष 2011 के सापेक्ष वर्ष 2012 में अधिकांश अपराधों में कमी आई है। पुलिस द्वारा निरंतर अपराधियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जा रही है और प्रभावशाली पैरवी के फलस्वरूप निस्तारित वादो में सजा प्राप्त वादों के प्रतिशत में बढ़ोत्तरी हुई है। अपराधिक एवं असामाजिक तत्वों को योजनाबद्ध प्रकार से उन्हें चिन्हित करते हुए उनके विरूद्ध सख्त विधिक कार्यवाही किए जाने हेतु मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश दिए गए हैं।
श्रीमती बहुगुणा जोशी को यह जानना चाहिए कि प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं में श्री अखिलेश यादव के शपथ लेने के बाद (16 मार्च02012) से 30 नवम्बर,2012 तक कमी दर्ज हुई है। छेड़खानी की घटनाओं में उक्त अवधि में 38Û34 प्रतिशत की कमी आई है। मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर वूमेन पावर लाइन सेवा 1090 शुरू की गई है जो अवांछित तत्वों पर अंकुश लगाती है। बलात्कार की घटनाओं में 13Û05 प्रतिशत की कमी आई है।
बसपा ने अपने को दलितों का थोक एजेन्ट मान लिया है। दलित महापुरूषों के नाम पर अधाधुंध लूट और भ्रष्टाचार करने में पिछली बसपा सरकार और इसकी मुख्यमंत्री ने सभी मर्यादाएं तोड़ दी थी। श्री अखिलेश यादव ने जब प्रदेश की कमान सम्भाली तो वर्ष 2011 के सापेक्ष वर्ष 2012 में (16 मार्च,2012 से 30 नवम्बर,2012 तक) अनुसूचित जाति-जनजाति उत्पीड़न संबंधी अपराधों में 18Û87 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने शपथ लेने के पहले ही दिन से यह स्पष्ट कर दिया था कि अब अपराधियों की जगह जेल में होगी। प्रदेश के कुल 71 जनपदो में 30 नवम्बर,2012 तक के प्राप्त आंकड़ों के अनुसार कुल 11,622 अपराधियों को गुण्डा ऐक्ट के तहत चिन्हित किया गया था। उसके सापेक्ष कुल 3,575 अपराधियों को जिला बदर के अंतर्गत कार्यवाही की गई। इसी प्रकार रासुका के अंतर्गत वर्ष 2011 में कुल 97 अपराधियों को निरूद्ध किया गया था जबकि वर्ष 2012 के नवम्बर माह तक कुल 140 अपराधियों को निरूद्ध किया गया है।
उक्त आंकड़ों की रोशनी में निश्चित तौर पर यह कहा जा सकता है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में अपराधियों पर अंकुश लगा है और अवांछनीय असामाजिक गतिविधियों पर बंदिश लगी है। अब कानून व्यवस्था पूर्णतया नियंत्रण में है। बसपा कुशासन समाप्त हुआ है और लोकतंत्री व्यवस्था लागू हुई है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com