इलाहाबाद में कुंभ मेले पर जानकारी देते हुये श्रीमती अन्नू टण्डन ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह जी टिहरी बाँध से गंगा नदी में इलाहाबाद में कुंभ मेले के दौरान पानी की उपलब्धता पर नजर रखे हुये है। उन्होंने कुंभ मेले की अवधि के दौरान यमुना नदी में प्रदूषण की मात्रा को नियंत्रित करने के निर्देश भी दिये है।
श्रीमती टण्डन ने बताया कि टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कार्पोरेशन इण्डिया लि0 ने कुंभ मेले के दौरान इलाहाबाद में ’’कुंभ स्नान’’ के लिये पानी की मांग को दृष्टिगत रखते हुये 21 दिसम्बर 2012 से 20 फरवरी 2013 के बीच 250 क्यूमेक्स पानी व 21 फरवरी 2013 से 28 फरवरी 2013 के बीच 220 क्यूमेक्स पानी निरंतर प्रवाहित रहने पर अपनी सहमति प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि यह यह सब केन्द्र सरकार के अथक प्रयास से ही सम्भव हो पा रहा है।
कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी की हमेशा से गंगा नदी की निर्मलता एवं अविरलता में व्यक्तिगत रुची रही है। श्रीमती टण्डन ने बताया कि श्रीमती सोनिया गांधी जी कुंभ मेले में जल के प्रवाह व गुणवत्ता से भी चिंतित है व जल की उपलब्धता के लिये तत्पर है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने दिल्ली जल बोर्ड को निर्देश दिया है कि जो 72 डळक् ैज्च् केशवपुर, जो हाल ही में पुनः निर्मित होकर शुरु किया गया है। उसे स्थिर तरीके से बेहतर कार्य करने तथा प्रवाहित जल के प्रवाह मानदंडों को पूरा करने के निर्देश दिये है। दिल्ली सरकार को भी सुनिश्चित करने के लिये कहा गया है कि सभी ैज्च्ेध्ब्ज्च्े का कार्य प्रदर्शन जल प्रवाह गुणवत्ता मानकों को पूरा करें।
संगम इलाहाबाद में गंगा व यमुना के जल की जैव आक्सीजन की मांग (ठव्क्) आम तौर पर 6 मिलीग्राम/ली0 से कम है लेकिन मुख्य मुद्दा कागज व लुगदी उद्योग के द्वारा गंगा की सहायक नदियों राम गंगा व काली नदी में प्रवाहित अपशिष्ट के रंग का है। केन्द्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि जो भी कागज इकाईयां अपना अपशिष्ट गंगा नदी या उसकी सहायक नदियों में प्रवाह कर रही है वे निर्धारित मानदंडों का पालन करें। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समन्वय से उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दैनिक आधार पर गंगा नदी और काली नदी व उसकी सहायक नदियों में पानी की गुणवत्ता की निगरानी कर रहे है। जो भी उद्योग मानदंडों का उल्लंघन करेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
श्रीमती टण्डन ने यह भी बताया कि केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा उन्नाव जनपद के उन्नाव व बंथर की 18 चमड़े की इकाईयों को बंद कर दिया गया है। 10 इकाईयों को 3 माह का कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है तथा इन इकाईयों की प्रतिक्रिया के बाद आगे की कार्यवाही पर फैसला किया जायेगा।
श्रीमती टण्डन ने यह भी बताया कि 6 पेपर मिलों को बन्द कर दिया गया है जो मुरादाबाद, रुड़की व काशीपुर में स्थित है जो कि गंगा व उनकी सहायक नदियों के किनारों पर स्थित है। उन्होंने कहा कि शुद्ध जल ही हमारे जीवन का आधार है, इसके बिना हमारा जीवन सम्भव नही है। हमें इस जल को शुद्ध व प्रदूषण से बचाकर रखना ही होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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