पूरा प्रदेश भयंकर ठण्ड और शीतलहरी की चपेट में है। अब तक सैंकड़ों जानें जा चुकी हैं। ठण्ड से लगातार हो रहीं प्रदेश के निर्दोष गरीब लोगों की मौतों से यह साफ हो गया है कि उ0प्र0 सरकार पूरी तरह राजधर्म का पालन करने में असफल साबित हुई है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि सबसे दुःखद पहलू यह है कि इतनी भयावह मानवीय त्रासदी के बावजूद प्रदेश सरकार के किसी भी मंत्री अथवा अधिकारी ने अभी तक ठण्ड से हो रही मौतों को रोकने के लिए बयान तक जारी करना मुनासिब नहीं समझा है। इतना ही नहीं राज्य सरकार ने न तो शासन स्तर पर और न ही जिला प्रशासन स्तर पर अलाव जलाने, कम्बल वितरित करने एवं रैन बसेरों के निर्माण किये जाने के सम्बन्ध में कोई भी दिशा-निर्देश जारी किये हैं। रोजाना ठण्ड और शीतलहरी से गरीबों की मौतों की खबरें समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रही हैं। आम जनता के लिए इस सरकार ने आंख और कान दोनों बंद कर लिये हैं, किन्तु लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार का आशय सिर्फ अपने दल के कार्यकर्ताओं का ही हित साधना नहीं होता बल्कि लोकतंत्र में सरकार का आशय ‘आम जनता के लिए सरकार’ होता है।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश इस समय ठण्ड और शीतलहरी के प्रकोप के चलते मानवीय त्रासदी के दौर से गुजर रहा है। राज्य सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि मानवीय त्रासदी को जनता कभी नहीं भूलती। सरकार से यह मांग है कि तत्काल ठण्ड से रही मौतों पर अंकुश लगाने हेतु सार्वजनिक स्थलों, दलित एवं मलिन बस्तियों में अलाव जलाने के अलावा कम्बल वितरण के साथ ही रैन बसेरों की समुचित व्यवस्था करें। यह भी सुनिश्चित करें कि अभी तक जो सैंकड़ों जानें जा चुकी हैं उसके लिए कौन सी सरकारी मशीनरी जिम्मेदार है और उन जिम्मेदार लोगों के खिलाफ क्या सरकार कार्यवाही करेगी?
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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