घरेलू गैस उपभोक्ताओं के लिए लागू के0वाई0सी0 का फार्म जी का जंजाल बनकर रह गया गया है। फार्म में मांगी गयी व्यक्तिगत गोपनीय जानकारियों को इण्डियन आयल कम्पनी में अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर उपभोक्ताओं के साथ विश्वासघात किया है। यदि वेबसाइट से उपभोक्ता जानकारी तत्काल न हटाई गयी तो कम्पनी को आंदोलन का सामना करना पड़ेगा।
यह चेतावनी यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में देते हुए समाजवादी व्यापार सभा के पूर्व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी चन्द्र कुमार छाबड़ा फावर्ड ब्लाक के प्रदेश अध्यक्ष रामकिशोर तथा समाजसेवी तरुण त्रिपाठी ने बताया कि विगत सितम्बर माह से के0वाई0सी0 के जन्जाल में उपभोक्ताओं को फसाया गया है। हर दिन एक नया नियम और अगले दिन मंत्रालय के एक नये दिशा निर्देश में कुल मिलाकर के0वाई0सी0 की अनिवार्यता घरेलू गैस उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन कर रह गयी है। राम किशोर ने कहा कि आज कई घरों में दो-दो, तीन-तीन चूल्हे एक ही परिवार में जलते है। ऐसे में इन घरों के बिना किसी स्पष्ट दिशा निर्देश के के0वाई0सी0 फार्म भराये जाने से उपभोक्ताओं का खुलकर शोषण किया गया। बड़ी संख्या में तो उपभोक्ता फार्म भरने से वंचित रह गये थे। कम्पनी का एक घर में एक के0वाई0सी0 का नियम अपने आप में बोगस और बेतुका है। क्योंकि एक घर में एक उपभोक्ता का तो फिलहाल फार्म ही नही भरवाया गया है। श्री त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि के वाई0सी0के0 द्वारा उपभोक्ताओं से तमाम व्यक्तिगत गोपनीय जानकारियां को साजिशन सार्वजनिक कर एक विवाद को जन्म दिया है। कम्पनी के इस कृत्य से उपभोक्ताओं कभी भी घर बैठे साइबर क्राइम का शिकार हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि अभी तक जो सरकारी जानकारी मिली है उसके अनुसार गैस उपभोक्ताओं का सब्सिडी का पैसा सीधा उनके खाते में डाला जायेगा। आज के व्यस्त जीवन में किसके पास इतना समय है कि वह बैंक और गैस कम्पनी के चक्कर लगाकर पता करे कि सब्सिडी का पैसा उसके खाते में आया था अथवा नही। ऊपर से सब्सिडी का पैसा बैंक से लेने बैंक अपना हिस्सा मांगेगा। यह बिलकुल ही अव्यवहारिक वादा है। श्री छाबड़ा ने कहा कि के0वाई0सी0 की दोषपूर्ण प्रक्रिया भी तो अभी अधूरी ही है एक घर में एक उपभोक्ता का तो अभी तक फार्म ही नही भरा गया है। फिर उसे सब्सिडी का लाभ कैसे मिलेगा? उन्होंने इण्डियन आयल कम्पनी को चेतावनी दी है कि वह अपनी वेबसाइट से उपभोक्ता का विवरण तत्काल हटाये अन्यथा उन्हें आन्दोलन का सामना करना पड़ेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com