उत्तर प्रदेश सरकार एक बार फिर गरीबों के नाम पर गरीबों को छलने की योजना बना रही है, जिसके तहत शहरी गरीबों को मुफ्त आवास मुहैया कराने हेतु ‘आसरा आवास योजना’ योजना बनाई गयी है। नित नये लोकलुभावन घोषणाओं से प्रदेश की सपा सरकार सिर्फ ‘घोषणा सरकार’ बनकर रह गई है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के मीडिया कोआर्डिनेटर अशोक सिंह ने आज यहां जारी बयान में कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार के गठन के 8 माह बीत चुके हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश की जनता से किये गये तमाम वादे सिर्फ वादे बनकर रह गये हैं। कोई भी वादा इस सरकार ने पूरा करने का प्रयास नहीं किया है। किसानों की कर्जमाफी नाम पर सिर्फ एक बैंक से लिये गये कर्ज को माफ किये जाने की घोषणा और उसमें भी तमाम लगायी गयी शर्तों से प्रदेश के कुछेक किसानों को ही शायद लाभ मिला हो, इसी प्रकार मुफ्त सिंचाई और बिजली का वादा किसानों के लिए और भी दुःखदाई साबित हो रहा है क्योंकि नहरों में पानी नहीं है और बिजली का आलम यह है कि गांवों में बिजली के नाम पर सिर्फ तार ही लटकते हैं उनमें करेंट हफ्तों में ही आता है। गन्ना किसानों की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं, पिछले वर्ष के उनके बकाये का भुगतान होना तो दूर इस वर्ष का करोड़ों रूपया चीनी मिलों पर बकाया हो चुका है और किसान इस दोहरी मार को झेल रहा है। यही हाल नौजवानों को दिखाये गये लालीपाप ‘बेरोजगारी भत्ता’ और छात्रों को टेबलेट और लैपटाप बांटने की योजना का है। इतना जरूर है कि आये दिन प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री एकाध नई घोषणाएं अवश्य कर दे रहे हैं। यही कारण है कि राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं मुख्यमंत्री के परिवार के वरिष्ठ सदस्य को अपने ही दल के कार्यकर्ताओं के रोष को दबाने के लिए सरकारी नौकरी देने तक का असंवैधानिक घोषणा तक करनी पड़ी है।
श्री सिंह ने कहा कि किसी भी चुनी हुई सरकार का सबसे पहला दायित्व प्रदेश में आम जनता की सुरक्षा का है। किन्तु स्वयं मुख्यमंत्री जब यह मान चुके हों कि कानून व्यवस्था सुधर नहीं है और सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाने वाले प्रदेश के पुलिस विभाग के मुखिया यह कहने में संकोच नहीं कर रहे हों कि उनके मातहत अधिकारी उनकी नहीं सुनते हैं, ऐसे में सरकार के इकबाल पर सवालिया निशान लग जाता है। सच्चाई भी है कि रोजाना हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती, राहजनी आदि जघन्य घटनाएं प्रदेश की राजधानी में घटित हो रही हैं और मुख्यमंत्री जी घोषणाएं करने में व्यस्त हैं।
मीडिया कोआर्डिनेटर ने कहा कि प्रदेश में भीषण शीतलहर का प्रकोप जारी है। रोजाना दर्जनों लोगों की ठण्ड से जानें जा रही हैं। अब तक सैंकड़ों निर्देाषों की जानें जा चुकी हैं और लगातार सिलसिला जारी है। ठण्ड से हुई मौतों की खबरें समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रही हैं, किन्तु अभी तक राज्य सरकार द्वारा न तो शासन स्तर पर प्रदेश की जनता को ठण्ड से राहत दिलाने हेतु कोई ठोस योजना बनायी जा सकी है और न ही जिलों में जिलाधिकारियों को इस बावत कोई निर्देश जारी किये गये हैं। हत्या, बलात्कार की घटनाएं रोजाना अखबारों के मुख्य पृष्ठ की खबरें बन रही हैं किन्तु प्रदेश की जनता का समर्थन हासिल करने वाले प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री को आम जनता से शायद कोई सरोकार नहीं रह गया है।
श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता सरकार की नीति और नीयत को पूरी तरह समझ चुकी है और किसानों, नौजवानों, छात्रों, महिलाआ, पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों के साथ की गयी वादाखिलाफी और आम जनता के हितों से मुंह फेरने की कीमत आगामी लोकसभा चुनाव में अवश्य चुकानी पड़ेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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