वाराणसी 12/13 अप्रैल 2009 को जौनपुर लोकसभा से इंजपा प्रत्याशी बहादुर सोनकर की हत्या करके दलितों के बीच दहशत फैलाने के लिए लाश को बबूल के पेड़ में लटका दिया गया था।
अंग्रेजी राज को मात देने वाले धृत राष्ट्रीय पूर्ववर्ती बसपा शासन में दलित के बेटे की हत्या हुई थी।
इंजपा ने सी0बी0आई0 जांच की पूर्ववर्ती बसपा सरकार मांग की थी। सपा के पूर्ववर्ती बसपा सरकार ने सीबीसीआईडी जांच करवाने का निर्देश दिया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष मा0 मुलायम सिंह यादव ने 15 अप्रैल 2009 को प्रेस वार्ता में बहादुर सोनकर हत्याकांण्ड की सी0बी0आई0 से जांच कराने व प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की थी।
सपा शासन में न सी0बी0आई0 जांच हुई न सुरक्षा मिली बल्कि आरोपी जौनपुर पुलिस प्रशासन की जांच पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी को 05 जनवरी 2013 को करने का निर्देश दिया गया।
इंजपा 10 जनवरी 2013 को प्रान्तीय कार्यकर्ता सम्मेलन दारूल सफा कामन बी लखनऊ में रणनीति तय करेगी।
इंडियन जस्टिस पार्टी के प्रदेश महासचिव इसरार उल्ला सिद्दीकी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि दलित की बेटी दलित एजेंडे पर उ0प्र0 जैसे राजनैतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य में मुख्यमंत्री के पद पर काबिज रही उनके समय दलित, दलित ही बना रहा बल्कि सत्ता में अंधी दलित की बेटी मायावती माया मेम साब भी बन गयी।
श्री सिद्दीकी ने कहा इंडियन जस्टिस पार्टी का जौनपुर लोकसभा का प्रत्याशी दलित सोनकर बिरादरी का बहादुर सोनकर शायद इसी महत्वाकांक्षी के आड़े आ गया। 12/13 अप्रैल की रात को ‘सर्वजन’ की सूली पर लटका दिया गया इंजपा ने बहादुर हत्याकांण्ड की सी0बी0आई0 से जांच कराने हेतु पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन भी किये लेकिन माया मेम ने सी0वी0आई0 जांच को नकार दिया बल्कि बहादुर हत्याकांण्ड के आरोपियों को बचाने के लिए सीवीसीआई डी जांच के निर्देश दिये।
श्री सिद्दीकी ने कहा कि बहादुर हत्याकांण्ड के समय सभी राजनैतिक दलों ने सी0बी0आई0 जांच कराने की मांग की थी 15 अप्रैल 2009 को लखनऊ में प्रेस वार्ता करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा0 मुलायम सिंह यादव ने बहादुर हत्याकांण्ड की सी0बी0आई0 से जांच कराने का अनुरोध करते हुए इंजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश महासचिव को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की थी।
वहीं इंजपा द्वारा शहीद स्मारक धरना स्थल लखनऊ में धरना प्रर्दशन में पूर्व विरोधी दल सपा नेता मा0 शिवपाल यादव ने बहादुर हत्याकांण्ड की सी0बी0आई0 जांच कराने की मांग करते हुए इंजपा प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश महासचिव को सरकार द्वारा सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की थी।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि सपा सरकार के गठन होने के पश्चात 10 अप्रैल 2012 को जनप्रतिनिधियों की बैठक 5 कालीदास मार्ग मुख्य मंत्री आवास में इंजपा के प्रदेश महासचिव इसरार उल्ला सिद्दीकी ने मा0 मुख्य मंत्री अखिलेश यादव को ज्ञापन सौंपते हुए बहादुर हत्याकांण्ड की जांच सी0बी0आई0 से जांच कराने, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव को सुरक्षा उपलब्ध कराने व इंजपा की कार्यालय की सरकारी भवन किराये पर दिलाने की मांग की थी तत्पश्चात 1 मई 2012 को जनप्रतिनिधियों की बैठक में मा0 मुख्यमंत्री से पुनः अनुरोध किया गया था लेकिन मुख्य मंत्री ने आश्वासन देकर टाल दिया।
श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि कार्यालय मुख्यमंत्री अनुभाग-2 से सूचना के अधिकार में सूचना मांगने पर जवाब मिला की 10 अप्रैल व 01 मई 2012 के आपके पत्र कम्प्यूटर में नहीं मिले है वहीं राज्य सम्पत्ति विभाग ने जवाब देते हुए कहा कि इंजपा को कार्यालय आवन्टन का उचित नहीं बनता है कार्यालय मुख्यमंत्री अनुभाग-2 ने बहादुर हत्याकांण्ड की सी0बी0आई0 जांच कराने से मना करते हुए कहा कि बहादुर हत्याकांण्ड की सी0बी0आई0 जांच कराने का उचित नहीं बनता है।
श्री सिद्दीकी ने अन्त में कहा कि सपा सरकार भी संवेदनशील नहीं है प्रदेश अध्यक्ष, महासचिव को पूरे प्रदेश का भ्रमण करना होताहै सपा सरकार से अनुरोध करने के बाद भी सुरक्षा उपलब्ध नहीं हुई इंजपा 10 जनवरी 2013 को दारूलशफा कामन हाल बी0 लखनऊ में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करके बहादुर हत्याकांण्ड की सी0बी0आई0 से जांच कराने व आगामी लोकसभा चुनाव हेतु कार्य योजना बनाकर सड़कों पर उतरने की रणनीति बनायेगी सपा के मुख्यमंत्री मा0 अखिलेश यादव को बतलायेगी की जनता को फर्जी आश्वासन न दे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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