खेल कूद एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री श्री राम करन आर्य ने जिला युवा कल्याण अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि एक महीने के अन्दर सभी जिलों में ब्लाक तथा ग्राम पंचायत स्तर पर पायका योजना के अन्तर्गत खेल के मैदानों का चयन हो जाये। उन्होंने कहा कि कुछ जिलों में निरीक्षण के दौरान खेल के मैदान अत्यन्त जीर्ण-शीर्ण अवस्था में मिले उन में गड्ढे़ बने हुए थे जिनमें पानी भरा हुआ था। उन्होंने कहा कि प्रयास इस बात का किया जाय खेल मैदान खेल विभाग की जमीन पर ही विकसित हों। राज्यमंत्री ने जिला युवा कल्याण अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि एक महीने के अन्दर निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप खेल के मैदान विकसित नहीं किये गये तो कड़ी कार्यवाही भी की जायेगी।
श्री आर्य आज दूसरे दिन युवा कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक युवा कल्याण महानिदेशालय जेल रोड के सभागार में कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन पंचायतों में ग्राम प्रधान पायका योजना के संचालन तथा खेल के मैदानों के विकास में रूचि न ले रहे हों उनकी शिकायत जिलाधिकारी से की जाये। उन्होंने कहा कि अधिकांश जिलों में खेल नियमित रूप से नहीं हो रहे हैं। यह स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि खेल के उपकरणों की खरीददारी अविलम्ब हो जानी चाहिए तथा पायका सेंटरों पर उसकी उपलब्धता सुनिश्चत होनी चाहिए। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। साथ ही पायका योजना के सारे अधूरे पड़े कार्यों को एक विशेष अभियान चलाकर पूरा कराया जाये।
श्री आर्य ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि ग्राम तथा ब्लाक स्तर के बच्चे इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठायें तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन करके राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर प्रदेश का नाम रौशन करंे। उन्होंने महानिदेशक युवा कल्याण को निर्देश दिये कि जो अधिकारी बैठक में बिना तैयारी अथवा विलम्ब से आये हैं उनसे स्पष्टीकरण लेकर उनके समक्ष प्रस्तुत करें।
युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री सुरेश चन्द्रा ने कहा कि पायका योजना भारत सरकार की बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। इस योजना के धन का दुरूपयोग किसी भी हाल में नहीं होना चाहिए। इस योजना का सत्यापन तथा निरीक्षण भारत सरकार द्वारा कभी भी कराया जा सकता है। उन्होंने महानिदेशक को निर्देश दिये कि जिन जनपदों की प्रगति रिपोर्ट शून्य है उनके अधिकारियों से तीन दिन के अन्दर रिपोर्ट लेकर उन्हें प्रतिकूल प्रविष्ट दें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले की रिपोर्ट हर हाल में समय से मुख्यालय पर पहुंच जानी चाहिए। श्री चन्द्रा ने विभाग के सहायक निदेशक श्री राजीव द्विवेदी को निर्देश दिये कि प्रत्येक दिन कुछ जिलों के अधिकारियों से बात करके प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि जो खेल हो चुके हैं या होना हैं उसका कैलेण्डर बनाकर मुख्यालय आवश्यक भेज दें।
बैठक में महा निदेशक, सहायक निदेशक के साथ ही मुख्यालय तथा जिले से सभी अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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