जनपद मे उद्यान विभाग की गतिविधियां खेतो में नही अब फाईलो मे कैद हो गई है अब न औद्यानिक मिशन चल रहा है न ही लाभान्वित होते है किसान ।
गौरतलब हो कि पूर्व में जिले के चारो तरफ औद्यानिक मिशन के कार्यो की सराहना किसान और जनता करते नही अघाती थी इस मिशन के अन्र्तगत संयुक्त जिलो के किसान किसानी और आधुनिक खेती के गुर सीखने दूसरे प्रदेश तक सरकारी खर्चे पर जाते थे ।
कहने को बसपा की महाभ्रष्ठ सरकार थी मगर अब तो न किसान की सुधि लेने वाला जिले मे कोई सी०डी०ओ० है न ही उद्यान अधिकारी जिले के लम्भुआ ब्लाक, भेटुआ, अमेठी समेत कई ब्लाको मे औद्यानिक मिशन के तहत केले की खेती, भरवा मिर्चे की खेती, ग्लेडिनियस फूलो की खेती, आलू, टमाटर, गोभी जैसी सब्जियों की आधुनिक खेती और बीच उद्यान विभाग उपलब्ध कराता था ।
समय समय पर इसके इंस्पेक्टर और उद्यान कर्मी मौके पर जाकर किसानो को कीटनाशक दवाएं, बचाव, उपाय आदि की जानकारी निरूशुल्क दिया करते थे और तो और तत्कालीन सी०डी०ओ० जी राम भी पूरी ईमानदारी और निरूस्वार्थ भाव से जिले के किसानो को विभिन्न आयोजनो के माध्यम से उन्नत नस्ल की खेती के लिए प्रोत्साहित करते थे उसी दरम्यान जिले के दूबेपुर ब्लाक के एक किसान को प्रदेश स्तरीय सम्मान पत्र भी मिला था ।
किसानो की दो टीमे राजस्थान तक आधुनिक खेती के गुरु सीखने गई थी चारो और के किसान आम, केला, आंवला जैसी कमाउहृ खेती के प्रति आर्कर्षित हो रहे थे और आधुनिक खेती से लाभ भी कमा रहे थे । मगर अब जब से निर्वतमान उद्यान अधिकारी राजीव वर्मा गये और सी०डी०ओ० जी० राम गये तब से इस मिशन की सारी कार्यवाही केवल कागजो पे चल रही है और फर्जी खतौनीयों और कागजी आंकडो के बदौलत योजनाओं की लूट विभाग मे जारी है कहने को सपा की जनहितकारी सरकार है तो किसानो और नव जवानो की सरकार है मगर बसपा से भी ज्यादा इस सरकार में अधिकारी मनमानी कर रहे है और किसान व नव जवान मायुस है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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