कारागार विभाग को और अधिक सुदृढ़ व चुस्त-दुरुस्त बनाने के प्रयास किये गये है। बलरामपुर जिले में नवनिर्मित जिला कारागार को क्रियाशील किया गया है जिससे 420 बंदी क्षमता सृजित हुई है। निर्माणाधीन जिला कारागार कौशाम्बी, सोनभद्र तथा बागपत को शीध्र क्रियाशील कराया जायेगा, जिनमें कारागारों की वर्तमान क्षमता में कुल 1620 की वृद्वि होगी।
आजमगढ जिला कारागार के नये परिसर का निर्माण कराया जा रहा है। जिसके लिए 1688 लाख रुपये की धनराशि शासन द्वारा मंजूर की जा चुकी है। इसका निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा कार्य पूर्ण होने पर 1224 बन्दी क्षमता सृजित होगी। कारागारों का समय-समय पर निरीक्षण यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि जेल में कैदियों को उपलब्ध करायी जा रही मौलिक आवश्यकताओं की पूर्ति हो तथा भोजन, पानी, चिकित्सा सुविधा ठीक हो तथा शौचालय आदि साफ सुथरे रहें। जेलों की आंतरिक संचार व्यवस्था सुदृढ़ रहे तथा कैदियों के रिमाण्ड हेतु यदि वीडियों कान्फ्रेन्सिंग की सुविधा उपलब्ध हो तो उसका भरपूर उपयोग किया जाय।
प्रदेश की सभी कारागारों तथा जनपद न्यायालयों को वीडियो-कान्फ्रेन्सिंग से संयोजित किये जाने की कार्ययोजना क्रियान्वित की जा रही है। सात कारागारों में यह इकाईयां स्थापित करायी जा चुकी है। 10 कारागारों में ब्राण्डबैण्ड के माध्यम से वीडियो-कान्फेन्सिंग का कार्य प्रारम्भ हुआ है। प्रदेश की सभी कारागारों में समुचित कम्प्यूटरीकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु यूपी डेस्को के माध्यम से प्रथम चरण में कारागार मुख्यालय तथा 6 कारागारों के लिये पाइलेट प्रोजेक्ट तैयार कराया गया है, जो शासन में विचाराधीन है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com