कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा ड्रिप/स्प्रिंकलर सिंचाई प्रोत्साहित करने के निर्देश
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन द्वारा आज जिलाधिकारियों एवं मुख्य विकास अधिकारियों को यह निर्देश दिये गये हं कि प्रदेश के 36 जिलों के 108 अतिदोहित एवं क्रिटिकल विकासखण्डों की भूजल रिचार्ज योजनाएं आगामी मार्च तक तैयार कर ली जायें और आगामी वित्तीय वर्ष में इन योजनाओं के क्रियान्वयन की कार्यवाही आरम्भ की जाये। उन्होंने कहा कि वर्षा जल की तरह भूजल भी पृथ्वी का जीवन है और उसका ह्रास होने से खेती-बाड़ी सहित मानव का सामान्य जीवन भी बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
कृषि उत्पादन आयुक्त अज अपने कार्यालय में प्रदेश के संकटग्रस्त विकासखण्डों में वर्षा जल-संचयन एवं भूजल रिचार्ज योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने इस बात पर चिन्ता व्यक्त की कि प्रदेश के 108 अतिदोहित एवं क्रिटिकल विकासखण्डों में भूजल की स्थिति काफी गम्भीर है और प्रदेश में कृषि उत्पादकता की चुनौतियों को देखते हुए सिंचाई हेतु निरन्तर जल उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु इन विकासखण्डों में भूजल सुधार के प्रभावी प्रयास करने होंगे।
श्री रंजन ने यह निर्देश दिये कि सर्वप्रथम सभी प्रभावित 36 जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ‘‘रिचार्ज एक्टीविटी कोर टीम’’ का गठन कर लिया जाये। उन्होंने उक्त रिचार्ज कार्यों के साथ-साथ कम जल खपत वाली फसलों को बढ़ावा दिये जाने तथा भूजल दोहन में कमी लाने के लिए ड्रिप व स्प्रिंकलर जेसी सिंचाई की व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिये।
उनके द्वारा भूगर्भ जल विभाग को यह निर्देश दिया गया कि सभी प्रभावित जिलों में रिचार्ज योजनाओं रिचार्ज योेजनाएं तैयार करने में आवश्यकतानुसार जिलाधिकारियों को तकनीकी सहयोग एवं परामर्श उपलब्ध कराया जाये। साथ ही, सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के लिये इस योजना के सम्बन्ध में कार्यशालाओं की श्रृंखला आयोजित कर उन्हें समुचित तकनीकी जानकारी प्रदान की जाये। यदि आवश्यकता हो तो विभिन्न स्तरों पर उपलब्ध तकनीकी विशेषज्ञता का भी पूर्ण योगदान लिया जाये। रिचार्ज योजनाओं में यह भी सुनिश्चित किया जाये कि जो भी रिचार्ज संरचनाएं जैसे चेकडैम आदि बनाये जायें, तो उनके प्राक्कलन व डिजाइन का मानकीकरण कर लिया जाये और अन्य क्षेत्रों में भी उसको अपनाया जाये।
कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन द्वारा यह भी निर्देश दिये गये कि प्रमुख सचिव, लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाये, जो विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं का आकलन कर यह तय करे कि किस-किस क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं का एकीकरण कर विभिनन विभागों के समन्वय से क्या-क्या कार्य किये जाने हैं। बैठक में सम्बन्धित 36 जनपदों के जिलाधिकारियों एवं मुख्य विकास अधिकारी तथा सम्बन्धित विभागों के प्रमुख सचिव व विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। बैठक को प्रमुख सचिव, लघु सिंचाई एवं भूगर्भ जल श्री संजीव दुबे द्वारा भी सम्बोधित किया गया। भूगर्भ जल विभाग के निदेशक श्री एस0के0 द्विवेदी द्वारा रिचार्ज कार्य योजना पर प्रस्तुतिकरण दिया गया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com