समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि दिल्ली में एक छात्रा के साथ गैंगरेप की वीभत्स घटना से पूरा देश आक्रोशित है। इस तरह की घटनाएं मानवता पर कलंक हैं। पिछले पांच वर्षो में प्रदेश में बसपा राज के दौरान अपराध बढ़े थे और बलात्कार की घटनाओं की बाढ़ आ गई थी। दलित किशोरियों को अपमानजनक स्थितियों से गुजरना पड़ा जबकि तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वयं दलित महिला थी। स्थिति तब इतनी बदतर थी कि थाने में भी लड़कियां सुरक्षित नहीं रही। बलात्कार, अपहरण और हत्या के इन मामलों में ज्यादातर बसपा के मंत्री, विधायक और बड़े नेता शामिल रहे। इनमें से आधा दर्जन बसपा नेता जेल की हवा खा रहे हैं। बलात्कार की घटनाओं पर बसपा मुख्यमंत्री के घडि़याली आंसू उनके अतीत के घृणित कृत्यों की गर्द को धो नहीं सकेगें।
प्रदेश के मतदाताओं ने बसपा कुशासन से क्षुब्ध होकर बसपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया और समाजवादी पार्टी को बहुमत देकर सत्ता में प्रतिष्ठित किया। प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री ने सत्ता सम्हालते ही इस बात पर विश्ेाष ध्यान दिया कि महिलाओं की इज्जत सुरक्षित रहे। दिल्ली में दिल दहलानेवाली घटना पर उन्होने त्वरित प्रतिक्रिया दी और पीडि़ता के परिवार को 5 लाख रूपए की आर्थिक मदद दी। उन्होने उसके इलाज में भी मदद का आश्वासन दिया। पीडि़ता के साथी को भी इलाज की सुविधा और सम्मानजनक जीवन जीने के लिए नौकरी का भरोसा दिलाया। समाजवादी महिला सभा के प्रतिनिधिमण्डल ने दिल्ली जाकर पीडि़ता का हालचाल जाना और उसके परिवारवालों को सांत्वना दी। इसके विपरीत बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री ने कभी किसी पीडि़त के साथ हमदर्दी नहीं जताई बल्कि दुष्कर्म के आरोपियों को ही बचाने की कोशिशें की थी।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के कड़े रूख के कारण ही प्रदेश में बलात्कारियों पर रासुका लगाने तथा फास्ट ट्रैक कोर्ट से कड़ी से कड़ी सजाएं दिलाने की प्रक्रिया तेजी पर है। मुख्यमंत्रीजी ने छेड़छाड़ करने और अश्लील फब्तियां कसने वालों को सबक सिखाने के लिए 15 नवम्बर,2012 को वूमन पावर लाइन 1090 की शुरूआत की। इस तरह के मामले में किसी महिला या लड़की की पहचान गुप्त रखी जाती है। इस वूमन पावर लाइन के शुरूआती नतीजे बहुत संतोषप्रद है।
स्पष्ट है कि एक संवेदनशील शासन ही महिलाओं और बच्चियों के सम्मान की रक्षा कर सकता हैं वे सुरक्षित हों और पढ़ाई कर आगे बढ़ सके इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने “कन्या विद्याधन“, “पढ़े बेटियां बढ़े बेटियां“ और “हमारी बेटियां, उसका कल“ जैसी योजनाएं प्रारम्भ की है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का विश्वास है कि एक कन्या के शिक्षित होने का असर पूरे परिवार और समाज पर पड़ता है इसलिए उनको सम्मानप्रद जीवन की गारंटी मिलनी चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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