आॅल इण्डिया जमीअतउल मंसूर के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक हाफिज इरशाद मंसूरी ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि वह संसद में मुसलमानों को आरक्षण दिये जाने को लेकर खुब शोर मचाते है लेकिन उ.प्र. में चुनाव से पहले मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण देने के वायदे पर चुप्पी साध जाते है।
पूर्व विधायक हाफिज इरशाद मंसूरी ने जारी एक बयान में कहा कि सपा सरकार में सत्ता में आने से पहले मुसलमानों से यह वायदा किया था कि उन्हें प्रदेश स्तर पर 18 प्रतिशत आरक्षण तत्काल दिया जायेगा। लेकिन सरकार बनने के बाद मुलायम सिंह व सपा सरकार मुसलमानों से किया वायदा पूरी तरह भूल गयी है।
मंसूरी नेता ने कहा कि सपा सरकार मुस्लिम पसमांदा मंसूरी समाज के साथ भी कोई इंसाफ नही कर रही हैै। कांग्रेस ने मंसूरी समाज के सीनियर लीडर अब्दुल अली अजीजी मंसूरी को केन्द्र में पिछड़ा वर्ग आयोग का सदस्य बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दे चुकी है तथा बसपा भी मंसूरी नेता जावेद इकबाल मंसूरी को यू.पी. का चेयरमैन बनाकर राज्यमंत्री बनाया था लेकिन मुसलमानों की हितैषी बनने का नाटक करने वाली सपा सरकार ने मंसूरी समाज के किसी भी नेता को सत्ता में कोई पद न देकर यह दर्शा दिया है िक इस सरकार में मंसूरी समाज के लोगों को कभी भागीदारी नही मिलेगी।
पूर्व विधायक हाफिज इरशाद मंसूरी ने कहा कि मुलायम सिंह को मुसलमानों व पसमांदा मुस्लिम मंसूरी की उपेक्षा का खमियाजा आने वाले चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com