उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि यह राज्य जनसंख्या के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। उन्होंने प्रदेश में सड़क एवं अन्य विकास कार्यों के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में अधिक कार्य करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि राजकीय स्कूलों में प्रतिभाओं की उपलब्धता के बावजूद पढ़ाई का स्तर संतोषजनक नहीं है। इसलिए राज्य सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए आगे कई फैसले लेगी।
मुख्यमंत्री आज यहां डाॅ0 राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय आॅडीटोरियम में अल्प संख्यक अधिकार दिवस के अवसर पर हमारी बेटी-उसका कल योजना के तहत आयोजित चेक वितरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अल्प संख्यक अधिकार दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी जनपदों में इस योजना के तहत चेक वितरण का फैसला एक ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार यह अच्छी तरह से समझती है कि शिक्षा पर ध्यान देने वाला देश, समाज एवं परिवार ही प्रगति कर सकता है। इसीलिए उनकी सरकार ने नौजवानों और विशेष रूप से बेटियों की आगे की पढ़ाई-लिखाई के लिए कई निर्णय लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाएं और विशेष रूप से मुस्लिम समाज की लड़कियां शिक्षा के मामले में काफी पीछे हैं। इसीलिए समाजवादी पार्टी की पूर्व राज्य सरकार में संचालित कन्या विद्या धन योजना को वर्तमान सरकार ने पुनः शुरु करने के साथ-साथ 10वीं पास गरीब बच्चियों को भी आगे की पढ़ाई के लिए 30 हजार रुपए देने का फैसला लिया, जिनके तहत पात्र कन्याओं को चेक वितरित किया जा रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कन्या विद्या धन योजना की तरह इस योजना का असर भी शीघ्र दिखने लगेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राज्य सरकार के इस फैसले से उच्च शिक्षा में लड़कियों की संख्या तेजी से बढ़ेगी।
श्री यादव ने कहा कि बच्चियों के आगे पढ़ने से समाज को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिस परिवार में लड़कियां पढ़ती हैं, वह परिवार आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जनता से किए प्रत्येक वायदे को पूरा करेगी। राज्य सरकार के पास उपलब्ध वित्तीय संसाधनों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली राज्य सरकार द्वारा पत्थरों, मूर्तियों और स्मारकों पर हजारों करोड़ रुपए अनावश्यक रूप से अपव्यय करने के कारण वर्तमान सरकार के पास संसाधन सीमित हैं। लेकिन उनकी सरकार अन्य प्रदेशों की तरह उत्तर प्रदेश को भी आगे ले जाने के लिए कटिबद्ध है।
श्री यादव ने राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे तमाम विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि शीघ्र ही निःशुल्क लैपटाॅप एवं टैबलेट का वितरण शुरु किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वितरित किए जाने वाले लैपटाॅप एवं टैबलेट अंगे्रजी के साथ-साथ हिन्दी एवं उर्दू में भी काम करेंगे। इससे राज्य के शैक्षिक वातावरण में परिवर्तन आएगा और यहां के नौजवान छात्र-छात्राएं इनका लाभ उठाकर जीवन में आगे बढ़ेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लखनऊ मण्डल के जनपदों एवं जनपद बाराबंकी की छात्राओं को 30-30 हजार रुपए के चेक वितरित किए। इसके अलावा उन्होंने अल्प संख्यकों के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की संकलित पुस्तिका का अनावरण भी किया।
इससे पूर्व प्रदेश के नगर विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री मो0 आजम खां ने हमारी बेटी-उसका कल योजना की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि इस योजना की शुरुआत बेटियों की बेहतरी के लिए की गई है। उन्होंने वर्तमान राज्य सरकार द्वारा अल्प संख्यकों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि समाजवादी सरकार संविधान की मंशा के अनुरूप काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में अल्प संख्यकों के संरक्षण एवं समाज की प्रगति के लिए प्रावधान किए गए हैं, जिनमें समाज की बेहतरी के लिए शिक्षण संस्थाओं का संचालन भी सम्मिलित है। उन्होंने कहा कि पिछली राज्य सरकार ने अल्प संख्यकों के लिए कोई कल्याणकारी कार्यक्रम संचालित नहीं किए। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने हमेशा आम आदमी का दुख-दर्द समझा और उनकी बेहतरी के लिए काम कर रही है।
इस अवसर पर विभिन्न काॅलेजों की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। समारोह में मंत्रिपरिषद के सदस्य श्री राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह, श्री राजा राम पाण्डेय, श्री रामपाल राजवंशी, श्री नरेन्द्र वर्मा, श्री शिव प्रताप यादव, श्री फरीद महफूज़ किदवई तथा विधान परिषद के सदस्य श्री राजेन्द्र चैधरी सहित कई जनप्रतिनिधि एवं मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री राकेश गर्ग, प्रमुख सचिव सूचना श्री संजीव मित्तल, सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह, सचिव अल्प संख्यक कल्याण श्रीमती लीना जौहरी सहित सभी सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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