उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में प्रस्तावित रेलवे ओवरब्रिज (आर0ओ0बी0) तथा रेलवे अण्डरग्राउण्ड (अधोगामी) ब्रिज बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाकर सक्षम स्तर से अनुमोदन शीघ्रताशीघ्र प्राप्त किए जायें। उन्होंने कहा कि जिन रेल उपरिगामी सेतुओं का निर्माण उपयुक्त नहीं पाया गया है उनका सेतु निगम एवं लोक निर्माण तथा रेलवे के अधिकारियों के साथ संयुक्त निरीक्षण पुनः करा लिया जाय ताकि सेतुओं के निर्माण में तेजी आ सके। उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे (एन0सी0आर0) द्वारा डेडीकेडेड फ्रंट कारीडोर परियोजना में 56 आर0ओ0बी0 तथा अन्य स्थानों पर 33 और आर0ओ0बी0, उत्तर रेलवे द्वारा 34 आर0ओ0बी0 एवं 78 आर0यू0बी0 तथा प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ शहर के माल एवेन्यू एवं ठाकुरगंज (आलमबाग सहित) कुल 25 आर0ओ0बी0 बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार प्रदेश में कुल 148 आर0ओ0बी0 तथा 178 आर0यू0बी0 बनाये जा रहे हैं।
मुख्य सचिव शास्त्री भवन स्थित सभागार में प्रदेश के विभिन्न रेल समपारों पर रेल उपरिगामी सेतुओं के निर्माण के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समस्त रेलवे ओवर ब्रिजों को एक ही समान स्टैण्डर्ड से ही बनाये जायें ताकि समानता बनी रहे। उन्होंने कहा कि संयुक्त निरीक्षण से प्राप्त संस्तुति पर तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाय।
बैठक में रेलवे विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ सचिव, लोक निर्माण श्री संजीव कुमार, प्रबन्ध निदेशक, सेतु निगम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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