उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय ने सिटी माॅन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित मुख्य न्यायाधीशों के 13वें अन्तर्राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि समाजवादी चिंतक डाॅ0 राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि विश्व में शांति के लिए विश्व संसद होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में सभी के सुखी, निरोगी एवं कल्याणमय जीवन की कल्पना की गई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भारत हमेशा विश्व बन्धुत्व का पक्षधर रहा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों की आपसी समस्याओं को मिल-बैठ कर शांतिपूर्वक सुलझाने से बेहतर और कोई दूसरा तरीका नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री आज मुख्य न्यायाधीशों के 13वें अन्तर्राष्ट्रीय वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सम्मेलन से विभिन्न देशों के बीच में एकता एवं भाईचारा बढ़ेगा। उन्होंने श्री जगदीश गांधी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सी.एम.एस. द्वारा आयोजित कार्यक्रम से जहां एक तरफ समाज और देश को लाभ होगा वहीं उत्तर प्रदेश को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान भी मिलेगी।
श्री यादव ने कहा कि भारत शुरू से अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं को प्रोत्साहित करने का प्रयास करता रहा है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ का एक सदस्य होने के नाते भारत हमेशा सामाजिक उद्देश्यों की प्राप्ति एवं शांतिपूर्ण माहौल बनाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारा देश एक उदार, प्रजातांत्रिक राष्ट्र है। हम संसदीय व्यवस्था के तहत कार्य करते हैं। उन्होंने देश की सशक्त एवं स्वतंत्र न्यायिक संस्था का हवाला देते हुए कहा कि देश की व्यवस्था चलाने के लिए बनाई गई प्रत्येक स्वायत्त संस्था बाखूबी काम कर रही है।
इस अवसर पर अफगानिस्तान, अर्जेन्टीना, अजरबैजान सहित लगभग 60 देशों के मुख्य न्यायाधीश/न्यायाधीश, गणमान्य व्यक्ति, अध्यापक, छात्र उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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