उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये हैं कि कुपोषित बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य एवं प्रबन्धन के लिए पोषण मिशन के गठन हेतु आवश्यक कार्यवाही तत्काल प्रारम्भ कर दिसम्बर माह के अन्त तक इस महत्वपूर्ण योजना को अन्तिम रूप दिया जाय । उन्होंने कहा कि यह गम्भीर समस्या है बच्चों में कुपोषण की रोकथाम के लिए आई0सी0डी0एस0 तथा चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित कराये जायें।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में राज्य न्यूट्रीशन मिशन बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषित रोग बचाने के लिए हर संभव प्रयास सुनिश्चित कराये जायें।
मिशन निदेशक द्वारा बैठक में बताया गया कि विश्व में 19.0 करोड़ बच्चे कुपोषित हैं जिसमें से 31 प्रतिशत बच्चे भारतवर्ष के हैं। भारतवर्ष में कुपोषित बच्चों के सापेक्ष 20 प्रतिशत बच्चे उत्तर प्रदेश में हैं। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र राज्य में राजमाता जीजाऊ माता-बाल आरोग्य एवं पोषण मिशन का गठन वर्ष 2005 में किया गया था, मिशन द्वारा विशेष कार्ययोजना बनाकर वर्ष 2006 से वर्ष 2012 के मध्यम कुपोषित बच्चों में 16 प्रतिशत की कमी लाई गयी है। महाराष्ट्र राज्य में महिला एवं बाल विकास तथा चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का प्रभावी अनुश्रवण, कार्यकत्रियों की क्षमता वृद्धि तथा सर्वे के आधार पर प्राप्त फीडबैक के अनुसार सुधारात्मक प्रयास करके आशातीत सफलता प्राप्त की गयी है।
बैठक में प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास, श्री राजीव कुमार, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, श्री संजय अग्रवाल, प्रमुख सचिव पंचायती राज, श्री माजिद अली सहित यूनिसेफ के राज्य प्रतिनिधि एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com