प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह आर0एम0 श्रीवास्तव एवं पुलिस महानिदेशक श्री ए0सी0 शर्मा ने आज इलाहाबाद के पुलिस लाइन सभागार में इलाहाबाद परिक्षेत्र की अपराघ स्थिति एवं कानून-व्यवस्था की गहन समीक्षा की। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो को निर्देशित किया कि वह अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले अपराधों की प्रवृत्ति का अध्ययन कर उसे रोकने के लिए ठोस कार्य योजना बनाकर कार्यवाही करें। उन्होंने संगठित अपराधियों के विरुद्ध भी प्रभावी ढंग से कार्यवाही के निर्देश दिये। अपराध नियंत्रण के कार्यो में पुलिस क्षेत्राधिकारियों एवं अपर पुलिस अधीक्षकों की भी जिम्मेदारी सुनिश्चित करने तथा इसका पर्यवेक्षण रेंज डी0आई0जी0 एवं जोनल आई0जी0 द्वारा किये जाने के निर्देश दिये गये। यह भी निर्देश दिये गये कि वरिष्ठ अधिकारी टीम लीडर की भांति अपने अधीनस्थों का मार्गदर्शन करें।
प्रमुख सचिव गृह आर0एम0 श्रीवास्तव ने कहा कि हर हाल में साम्प्रदायिक सौहार्द एवं सदभाव बनाये रखा जाय तथा इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बरतनें पर लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक माहौल को खराब करने वाले तत्वों की पहले से ही सूची बनाकर उनके विरुद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाय तथा इस सूची को हर महीने अद्यतन भी किये जाने की भी व्यवस्था की जाय। उन्होंने इस कार्य के लिए अभिसूचना कार्य में लगी ईकाईयों का भी सक्रिय सहयोग लिये जाने की अपेक्षा की।
पुलिस महानिदेशकए0सी0 शर्मा ने दुर्दान्त चिन्हित अपराधियों को सजा दिलाने के लिए उनके मुकदमों की पैरवी सम्बन्धित कार्यो की जनपदवार गहन समीक्षा करते हुये इस दिशा में अब तक किये गये कार्यवाही पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने निर्देशित किया कि इस कार्य के लिए ऐसे दुर्दान्त अपराधियों का चिन्हांकन किया जाय जिनका क्षेत्र की जनता में आतंक हो तथा उनको सजा मिलने से जनमानस पर अच्छा प्रभाव पड़े।
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक एवं अपर पुलिस अधीक्षक को एक-एक तथा प्रत्येक पुलिस क्षेत्राधिकारी को दो-दो चिन्हित दुर्दान्त अपराधियों के विरुद्ध न्यायालयों में चल रहे अपराधिक मुकदमों की सघन पैरवी की जिम्मेदारी सौपीं गयी है ताकि उन्हें अधिकतम सजा मिल सके। अपराधियों को सजा दिलाने के कार्य में तेजी लाने के लिए जिलों में गठित मानीटरिंग कमेटी की बैठकें नियमित आयोजित किये जाने के निर्देश दिये गये तथा यह भी अपेक्षा की गयी कि इस कार्य में आ रही कठिनाईयों पर बैठक में विशेष रुप से चर्चा कर कार्यवाही की जाय।
प्रमुख सचिव गृह ने हर्ष फायरिंग की घटनाओं में कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे प्रकरणों में दर्ज अभियोगों की प्रगति समीक्षा प्रभावीढंग से वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जाय तथा नियम विरुद्ध कार्य करने वाले असलहा धारकों के शस्त्र लाइसेंस नियमानुसार निरस्त किये जायें। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों की बैठकें हर महीने नियमित रुप से जिला प्रशासन द्वारा आयोजित की जाय तथा उनके द्वारा उठाये गये महत्वपूर्ण प्रकरणों को अभिलेखों में दर्ज कर सही मामलों में प्रभावी कार्यवाही भी की जाये।
आर0एम0 श्रीवास्तव ने जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा किये जा रहे क्रिमिनल कोर्ट वर्क की जिलेवार गहन समीक्षा की तथा इस कार्य में तेजी लाने हेतु सप्ताह में एक दिन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने गुण्डा एक्ट के प्रकरणों की समीक्षा कर उनके शीघ्रता से निस्तारण तथा जिलाबदर गुण्डों की सूचना का समुचित प्रचार- प्रसार भी किये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में यह भी निर्देश दिये गये कि कुम्भ मेला के दौरान ट्रैफिक के सुचारु आवागमन की समुचित व्यवस्था की जाय ताकि जनसामान्य को कोई कठिनाई उत्पन्न न हो। साथ ही धार्मिक भावनाओं को भड़का कर गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी नजर रखी जाय।
बैठक में इलाहाबाद के मण्डलायुक्त श्री देवेश चतुर्वेदी, पुलिस महानिरीक्षक श्री आलोक शर्मा, पुलिस उपमहानिरीक्षक एन0 रविन्दर के अलावा इलाहाबाद, कौशाम्बी, फतेहपुर व प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक तथा क्षेत्राधिकारियों ने भाग लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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