अधिकारों का हनन होने पर आदमी न्यायालय की शरण में भागता है, यह गलत नहीं है। चुप बैठना गलत होगा। आपके संवैधानिक अधिकारों के रक्षा के लिये आज जिला स्तर से लेकर तहसील स्तर तक विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन हुआ है जहां कम समय में बगैर किसी खर्च के सुलह-समझौते के आधार पर न्याय मिलता है जिसके विरूद्ध किसी भी न्यायालय में अपील नहीं हो सकती और आपस में भाईचारा बना रहता है। आप अपने अधिकारों को जानें। उपरोक्त बातें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला जज जगदीश्वर सिंह ने रविवार को जफराबाद कस्बा स्थित प्राथमिक विद्यालय में विधिक साक्षरता महाशिविर को सम्बोधित करते हुये कहा। शिविर का आयोजन गोमती जर्नलिस्ट एसोसिएशन व ग्रामीण पत्रकार संघ द्वारा किया गया था। प्राधिकरण के सदस्य व सिविल जज डा. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि आज न्यायालयों पर मुकदमों का बोझ बढ़ रहा है। सुलह-समझौते से मुकदमे का निस्तारण कराने से सामाजिक व्यवहार व भाईचारा बना रहता है। आप जागरूक हों व प्राधिकरण का सहयोग लेकर त्वरित न्याय पायें। सचिव सिविल जज रईस अहमद ने कहा कि आज देश की आबादी 121 करोड़ है और न्यायालयों में 3 करोड़ वाद लम्बित हैं। वर्ष 1987 में विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन हुआ। आज सुलह-समझौते के आधार पर जनपद में प्रतिवर्ष 10 हजार वादों का निस्तारण हो रहा है। आपकी कोई पीड़ा हो तो लोक अदालत आयें। अपर जिला जज दामोदर सिंह ने होने वाली दुर्घटनाओं में कैसे न्याय मिलेगा, उसकी जानकारी दी। अधिवक्ता बीडी सिंह, बार अध्यक्ष पे्रमशंकर मिश्र ने सुलह-समझौते की वकालत करते हुये राम-कृष्ण की चर्चा की। पूर्वांचल विवविद्यालय विधि विभाग के डीन डा. पीसी विश्वकर्मा ने विधिक साक्षरता पर प्रकाश डालते हुये कहा कि विधि की जानकारी सभी को होनी चाहिये। कार्यक्रम का आरम्भ जिला जज ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस अवसर पर स्थानीय स्कूली बच्चों ने तमाम कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डा. राम सिंगार शुक्ल गदेला ने व आभार थानाध्यक्ष जफराबाद रविन्द्र श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर उपजा अध्यक्ष डा. ज्ञान प्रकाश सिंह, सूबेदार सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह, अवधेश सिंह, डा. दिलीप सिंह, प्रवीण सिंह, उमाकांत गिरि, संजय अस्थाना, रमेश यादव, गुलाब मधुकर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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