उत्तराखण्ड के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने देश से मानसिक विकलांगता को उखाड़़ फेंकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मानसिक विकलांगता देश को फिर से गुलाम बना सकता है, जबकि शारीरिक विकलांगता से यदि इच्छाशक्ति हो तो बड़े़ से बड़े़ काम को आसान किया जा सकता है।
राज्यपाल कुरैशी 3 दिसम्बर को राजधानी के कैपिटल सेन्टर में समाजसेवी डा0 नीरज बोरा की संरक्षण में शुरु हुए तीन दिवसीय निशक्तजन सहायता शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शारीरिक रुप से विकलांग लोगों की सेवा एवं सहायता के लिए स्वयंसेवी संस्थाओें को आगे आना चाहिए। कुरैशी ने कहा कि आज के ही दिन भोपाल गैस कांड त्रासदी में बहुत से लोग विकलांग हो गए थे। उनके प्रति मैं सहानुभूति व्यक्त करता हूँ।
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि केन्द्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही हंै। एनआरएचएम के तहत भी ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस मौके पर कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक डाॅ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि विश्व विकलांगता दिवस एवं देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती पर आयोजित यह शिविर विकलांगों को सहायता पहंुचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि विकलांग अपने आप को किसी से कमजोर न समझें। यदि वे थोड़ी सी हिम्मत जुटा लें तो वह भी अन्य लोगों की तरह बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डा. नीरज बोरा ने कहा कि निःश्क्तजन को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जन सहभागिता बेहद जरूरी है। वर्ष-2001 की जनगणना के अनुसार देश में 2.19 करोड़ विकलांग व्यक्ति मौजूद है जो कुल जनसंख्या का 2 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि विश्व विकलांगता दिवस पर लायंस सेवा संस्थान, सेवा अस्पताल और सेंटर फाॅर एम्पावरमेंट एंड इनिशिएटिव्य के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस में निशक्तजनों की भरपूर सहायता की जाएगी। इस समारोह को पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी ने भी सम्बोधित किया।
शिविर के मुख्य अतिथि एवं उत्तराखण्ड के राज्यपाल अजीज कुरैशी को डा. नीरज बोरा ने स्मृति चिन्ह और शाल भेंट कर सम्मानित किया। कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. रीता बहुगुणा जोशी को समाजसेवी श्रीमती बिन्दु बोरा ने शाल और स्मृति चिन्ह भेंट किया। रेनू सिंह ने लखनऊ की पूर्व सांसद बेगम हामीदा हबीबुल्ला को, पूनम सिंह ने लखनऊ की पूर्व विधायक स्वरूप कुमारी बख्शी को, ब्रजेश गुप्ता ‘चंचल’ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक एवं समाजसेवी डी.पी.बोरा को शाल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। विशेष तौर से आमंत्रित अमृत लाल अग्रवाल एवं एवं सेंटर फार एम्पावरमेंट एंड इनिशिएटिव्य के सीईओ आरएम संजीवी को भी सम्मानित किया गया।
इस मौके पर सहयोगी संस्था अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के मनीष खेमका समेत बोध लाल शुक्ला, सुबोध श्रीवास्तव, विरेन्द्र मदान, रमेश मिश्रा, पार्षद मुकेश चैहान, श्रीमती शैल सिंह, मारूफ खान, सिराज वली खान, सुनील सिंह, चैधरी एएन रहमान, अवधेश कुमार, सतीश वर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन बोरा इंस्टीट्यूट आफ एलाइड हेल्थ साइंसेज के पीआरओ जफर अहमद ने किया।
निशक्तजन सहायता शिविर में उत्तराखण्ड के राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कुछ विकलांगजनों को ट्राई साइकिल, व्हील चेयर, कैलिपर व कृत्रिम अंग वितरित कर शिविर की शुरूआत की। राज्यपाल ने संतोष तिवारी व बंसत सिंह को ट्राई साइकिल, किरन कुमारी, राजेश्वरी व रामेश्वर रावत को व्हील चेयर, और गुड्डू, मेराज अख्तर, अफरोज आदि को कैलिपर दिया। यह शिविर 5 दिसम्बर, 2012 तक चलेगा। इसमें रजिस्ट्रेशन कराने वाले सभी पात्रों को कृत्रिम अंग आदि वितरित किये जायेगे। सेंटर फाॅर एम्पावरमेंट एंड इनिशिएटिव्य के सीईओ आरएम संजीवी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संस्था के मूल उद्देश्यों को बताते हुए भविष्य में विकलांग शिविरों का विस्तृत वर्णन भी किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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