उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने कहा है कि शराब के अवैध निर्माण एवं तस्करी की शिकायत मिली, तो सम्बन्धित जनपदों के अधिकारियों की खैर नहीं होगी। उन्होंने मण्डलायुक्त मेरठ, आगरा तथा सहारनपुर को निर्देश दिए हैं कि रोकथाम हेतु सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, अभिसूचना एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों की बैठक कर संदिग्ध लोगों को चिन्हित कर एक सप्ताह के अन्दर सूची प्रमुख सचिव आबकारी को उपलब्ध कराएं। उन्होंने शराब के अवैध निर्माण एवं तस्करी हेतु विभाग द्वारा कराई गई एफ0आई0आर0 पर की गई कार्रवाई का रिव्यू कर सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग के प्रवर्तन शाखा के रिक्त पदों को भरने हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि शराब के अवैध निर्माण एवं तस्करी में संदिग्ध मुखिया लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराने हेतु उनके आपराधिक रिकार्ड भी उपलब्ध कराए जाएं।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने सभागार में शराब के अवैध निर्माण एवं तस्करी रोकथाम के सम्बन्ध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे संदिग्ध लोगों के सेलफोनों को सर्विलांस में रखकर गतिविधियों पर सख्त नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि संदिग्ध स्थानों की सूची बनाकर औचक निरीक्षण भी स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि शराब के अवैध निर्माण एवं तस्करी में शामिल ट्रान्सपोर्टरों के खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार से भी साक्ष्य सहित ऐसे संदिग्ध लोगों का विवरण देकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु अनुरोध किया जाए।
श्री उस्मानी ने कहा कि शराब के अवैध निर्माण एवं तस्करी से प्रदेश के राजस्व में 20 प्रतिशत से अधिक हानि हो रही है, जिसको रोकने के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शराब के अवैध निर्माण एवं तस्करी में लिप्त विभागीय अधिकारियों को भी चिन्हित कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव आबकारी श्री जे0पी0 शर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2011-12 में प्रदेश में कुल 12,21,34,769 बोतल विदेशी मदिरा की बिक्री हुई थी और आबकारी विभाग द्वारा अन्तर्राज्यीय तस्करी में कुल लगभग 2,94,833 बोतलें पकड़ी गईं थी, जो कि सकल बिक्री का 0.24 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि वितगत अक्टूबर माह तक विदेशी मदिरा का सकल उपभोग 6,18,66,579 बोतल है और इस अवधि में आबकारी विभाग द्वारा तस्करी की 1,53,529 बोतलें पकड़ी गईं है, जो कि सकल उपभोग का 0.25 प्रतिशत है। जबकि वर्ष 2011-12 में अक्टूबर 2011 तक विदेशी मदिरा का सकल उपभोग 6,29,95,225 बोतल था और अन्तर्राज्यीय तस्करी में 1,10,445 बोतलें पकड़ी गईं थी, जो कि सकल उपभोग का 0.18 प्रतिशत था।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अरुण कुमार, आबकारी आयुक्त महेश कुमार गुप्ता, मण्डलायुक्त सहारनपुर, मेरठ एवं आगरा सहित सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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